भारतीय वायु सेना में शामिल हुए राफेल विमान

Rafale fighter jets land in Ambala

प्रश्न-जुलाई, 2020 में फ्रांस ने भारत को 5 राफेल की आपूर्ति की। इस संबंध में विकल्प में कौन-सा तथ्य सही नहीं है?
(a) 27 जुलाई, 2020 को 5 राफेल विमानों ने डसॉल्ट एविएशन फैसिलिटी, मेरिग्नैक, फ्रांस से उड़ान भरी।
(b) 29 जुलाई, 2020 को इन विमानों ने अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर लैंडिंग की।
(c) इन विमानों को अंबाला की 17वीं स्क्वाड्रन में शामिल किया गया है, जिसे ‘गोल्डन एरोज’ के नाम से जाना जाता है।
(d) इन 5 विमानों में 2 एकसीटर और 3 दो सीटर हैं।
उत्तर-(d)
संबंधित तथ्य

  • 27 जुलाई, 2020 को 5 राफेल विमानों ने डसॉल्ट एविएशन फैसिलिटी, मेरिग्नैक, फ्रांस से उड़ान भरी।
  • 29 जुलाई, 2020 को 5 राफेल विमानों ने अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर लैंडिंग की।
  • राफेल विमानों के भारतीय हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने पर 2 सुखोई-30 विमानों द्वारा उनकी मार्गरक्षण (Escorting) की।
  • इन विमानों के एयरबेस पर लैंड करने पर वाटर सैल्यूट प्रदान किया गया।
  • यात्रा के दौरान ये विमान संयुक्त अरब अमीरात में फ्रांस संचालित अलदफरा हवाई अड्डे पर रुके  थे।
  • इन विमानों ने फ्रांस से भारत तक लगभग 7000 किमी. की दूरी तय की।
  • इन 5 विमानों में तीन एक सीटर और दो विमान दो सीटर हैं।
  • इन्हें अंबाला की 17वीं स्क्वाड्रन में शामिल किया गया है जिसे ‘गोल्डन एरोज’ के नाम से जाना जाता है।
  • 17 स्क्वाड्रन को 10 सितंबर, 2019 को पुर्नगठित किया गया था।
  • ध्यातव्य है कि 17 स्क्वाड्रन को वर्ष 2010 में भंग कर दिया गया था।
  • इस स्क्वाड्रन को मूल रूप से वायु सेना स्टेशन अंबाला में 1 अक्टूबर, 1951 को स्थापित किया गया था।
  • 17 स्क्वाड्रन में राफेल विमान को शामिल करने का औपचारिक समारोह अगस्त, 2020 में आयोजित किया जाएगा।
  • राफेल विमान फ्रांसीसी कंपनी डसॉल्ट द्वारा निर्मित हैं।
  • इस विमान की खरीद हेतु वर्ष 2016 में भारत और फ्रांस के बीच समझौता हुआ था।
  • इस सौदे के तहत भारत फ्रांस से 59 हजार करोड़ रुपये में 36 राफेल विमान खरीदेगा।
  • 36 विमानों में से 10 विमानों की आपूर्ति निर्धारित अवधि के भीतर पूरी कर ली गई है, इनमें से 5 विमान प्रशिक्षण मिशन पर फ्रांस में ही रहेंगे।
  • वर्ष 2021 तक सभी विमान भारत को सौंप दिए जाएंगे।
  • 7 भारतीय पायलटों ने राफेल विमानों को लेकर उड़ान भरी थी। इन पायलटों में 17 स्क्वाड्रन के कमांडिंग ऑफिसर ग्रुप कैप्टन हरकीरत सिंह, विंग कमांडर एम.के. सिंह, ग्रुप कैप्टन आर. कटारिया, विंग कमांडर अभिषेक त्रिपाठी, विंग कमांडर मनीष सिंह, विंग कमांडर सिद्धू और विंग कमांडर अरुण कुमार शामिल हैं।
  • राफेल में MICA एयर-टू-एअर मिसाइल (मारक क्षमता 80 किमी. तक), स्कल्प (SCALP) कूज मिसाइल (मारक क्षमता 300 किमी. तक), Meteor एयर-टू-एयर मिसाइल (मारक क्षमता 100 किमी. तक) और हैमर (HAMMER) मिसाइल (मारक क्षमता 70 किमी. तक, एक साथ 6 टारगेट पर निशाना लगाने में सक्षम) से लैस है।
  • राफेल लड़ाकू विमान 4.5 पीढ़ी का विमान है।
  • राफेल हेल्मेट युक्त डिस्पले, अत्याधुनिक रडार, कम बैंड की जैमर प्रणाली, रडार वार्निंग रिसीवर, इन्फ्रारेड सर्च और ट्रैकिंग सिस्टम जैसी क्षमताओं से लैस है।
  • यह परमाणु हथियार और लेजर गाइडेड बम ले जा सकता है।
  • राफेल विमान एयर क्राफ्ट कैरियर से भी उड़ान भर सकता है।
  • यह रडार को चकमा देने में माहिर है।
  • राफेल विमान प्राप्त करने वाला भारत विश्व का चौथा देश है। फ्रांस के अलावा मिस्र और कतर के पास भी यह विमान है।
  • राफेल दो इंजन वाला लड़ाकू विमान है।
  • यह विमान हवाई निगरानी, ग्राउंड सपोर्ट, इन डेप्थ स्ट्राइक, एवं परमाणु अभियानों को अंजाम देने में सक्षम है।
  • इस विमान में लगी 30 एमएम की तोप से 2500 राउंड गोले दागे जा सकते हैं।
  • राफेल विमान की अधिकतम गति 1.8  मैक है।
  • एक बार उड़ाने भरने के बाद 3700 किमी. तक का सफर करने में सक्षम है।

लेखक-विजय प्रताप सिंह

संबंधित लिंक भी देखें…

https://indianexpress.com/article/explained/explained-rafale-fighter-jets-india-specs-speed-range-6528893/

https://www.thehindu.com/news/national/iaf-resurrects-17-squadron-golden-arrows-for-rafale/article29384434.ece