भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास ने बनाया पहला स्वदेशी माइक्रोप्रोसेसर

IIT-Madras powers up a desi chip

प्रश्न-हाल ही में आई.आई.टी. मद्रास द्वारा विकसित प्रथम स्वदेशी माइक्रोप्रोसेसर के संबंध में क्या सही है?

  1. इस माइक्रोप्रोसेसर का नाम RISECREEK दिया गया है।
  2. इस माइक्रोप्रोसेसर को प्रोजेक्ट शक्ति के अंतर्गत विकसित किया गया है।
  3. इस माइक्रोप्रोसेसर को निर्मित करने में इंटेल ने भी योगदान दिया है।

सही विकल्प का चयन कीजिए।
(a) केवल 1
(b) 1 और 2
(c) 2 और 3
(d) 1, 2 और 3
उत्तर-(d)
संबंधित तथ्य

  • भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास के कंप्यूटर वैज्ञानिकों एवं छात्रों की एक टीम ने एक स्वदेशी माइक्रोप्रोसेसर को विकसित किया है।
  • इस माइक्रोप्रोसेसर को RISECREEK नाम दिया गया है जिसे प्रोजेक्ट शक्ति के अंतर्गत निर्मित किया गया है।
  • इस 300 समूह के आरंभिक प्रोसेसर को इंटेल के द्वारा निःशुल्क रूप से ओरेगन, संयुक्त राज्य में निर्मित किया गया है।
  • इसका उपयोग लाइनेक्स ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए किया जाएगा।
  • यह माइक्रोप्रोसेसर अंतरराष्ट्रीय मानकों जैसे कोरटेक्स A5 से लेकर एडवांस्ट रिस्क मशीन (ARM) से मुकाबला करने में सक्षम है।
  • यह 350 मेगाहर्ट्ज पर कार्य करने वाली रक्षा एवं रणनीतिक उपकरणों जैसे नाविक (NAVIC) और इंटरनेट ऑफ थिंग्स इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के मांग के अनुरूप कार्य कर सकता है।
  • प्रोजेक्ट शक्ति की शुरुआत वर्ष 2014 में आई.आई.टी. मद्रास के द्वारा किया गया था। इस प्रोजेक्ट की अगुवाई आई.आई.टी. मद्रास के कंप्यूटर विज्ञान के प्रोसेसर कामाकोटी वीझीनाथन ने किया है।
  • इसके अंतर्गत कुल 6 प्रकार के माइक्रो प्रोसेसरों को विकसित करने की योजना है।
  • इस शृंखला में RISECREEK सी श्रेणी का प्रथम माइक्रोप्रोसेसर है। ई श्रेणी माइक्रोप्रोसेसर का उपयोग स्मार्ट कार्ड, इंटरनेट ऑफ थिंग्स उपकरण, इत्यादि में किया जाएगा। आई श्रेणी का उपयोग मोबाइल फोन, एस श्रेणी का उपयोग सर्वर में एवं एच श्रेणी के प्रोसेसर का उपयोग उच्च क्षमता के कंप्यूटरों के निर्माण में किया जाएगा।

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https://www.thehindu.com/sci-tech/technology/iit-madras-powers-up-a-desi-chip/article24609946.ece