प्रश्न-हाल ही में जारी RBI की एक रिपोर्ट के अनुसार, देश भर के 21 बैंकिंग लोक प्रहरी कार्यालयों (ओम्बुड्समैन्स) को जून, 2018 में समाप्त साल के दौरान ग्राहकों की ओर से लगभग शिकायतें प्राप्त हुईं-
(a) 1.63 लाख
(b) 2.65 लाख
(c) 0.89 लाख
(d) 3.20 लाख
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य
(a) 1.63 लाख
(b) 2.65 लाख
(c) 0.89 लाख
(d) 3.20 लाख
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य
- 24 अप्रैल, 2019 में जारी एक रिपोर्ट में RBI ने ग्राहकों द्वारा बैंकिंग लोकपाल को संप्रेषित शिकायतों से संबंधित आंकड़े जारी किए।
- रिपोर्ट के अनुसार, जून, 2018 में समाप्त साल के दौरान देश भर के 21 बैंकिंग लोक प्रहरी कार्यालयों (ओम्बुड्समैन्स) को ग्राहकों की ओर से 163590 लाख शिकायतें प्राप्त हुई।
- जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 25 प्रतिशत अधिक है।
- इनमें से ज्यादातर शिकायतें अनुचित व्यवहार से संबंधित हैं।
- सबसे अधिक 46994 शिकायतें देश के सबसे बड़े भारतीय स्टेट बैंक के खिलाफ मिली।
- वहीं निजी क्षेत्र के बैंकों में सबसे अधिक 12044 शिकायतें HDFC बैंक के खिलाफ मिलीं।
- अमेरिकी बैंक, सिटी बैंक के खिलाफ 1,450 शिकायतें मिलीं।
- समीक्षाधीन वर्ष के दौरान देश के सभी बैंकिंग लोक प्रहरी कार्यालयों को मिले लगभग 1.63 लाख (163590) शिकायतों में से 96.5 प्रतिशत शिकायतों का निपटान कर दिया गया।
- शिकायतों के प्रकार-
- साल के दौरान सर्वाधिक 22.1 प्रतिशत शिकायतें निष्पक्ष व्यवहार कोड के गैर अनुपालन से संबंधित थीं।
- इसके बाद एटीएम और डेबिट कार्ड संबंधी शिकायतों की हिस्सेदारी 15.1 प्रतिशत थी।
- जबकि 7.7 प्रतिशत शिकायतें क्रेडिट कार्ड से संबंधित पाई गई।
- दर्ज शिकायतों में 5.2 प्रतिशत मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग से संबंधित थीं।
- पेंशन, बिना बताए चार्ज लगाना, लोन, रेमीटैंस, डायरेक्ट सेल में एजेंट की संलिप्तता रिकवरी और गलत तरीके से एकाउंट खोलने संबंधी शिकायतों की संख्या 5 प्रतिशत थी।
- शिकायतों पर कार्रवाई करने की औसत लागत
- वर्ष 2017-18 के दौरान शिकायत पर कार्रवाई करने की औसत लागत 3,504 रुपये रही।
- यह पिछले वर्ष के औसत लागत 3636 रुपये की तुलना में 3.63 प्रतिशत की कमी दर्शाता है।
- ध्यातव्य है RBI का लेखा वर्ष जुलाई से जून होता है।
- 11 मार्च, 1940 से पूर्व यह जनवरी से दिसंबर हुआ करता था।
लेखक-पंकज कुमार पाण्डेय
संबंधित लिंक भी देखें…
http:// https://rbi.org.in/Scripts/PublicationsView.aspx?id=18948
https://rbi.org.in/Scripts/BS_PressReleaseDisplay.aspx?prid=46886