फ्लोरी मीटर नामक यंत्र विकसित

प्रश्न-हाल ही में राजा रामन्ना प्रगत प्रौद्योगिकी केंद्र, इन्दौर में पानी में किसकी मात्रा के मापन हेतु फ्लोरी मीटर नामक यंत्र विकसित किया गया है?
(a) आर्सेनिक
(b) क्लोरीन
(c) यूरेनियम
(d) सल्फर
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य

  • मार्च, 2018 में राजा रामन्ना प्रगत प्रौद्योगिकी केंद्र (RRCAT) इंदौर (परमाणु ऊर्जा विभाग की इकाई) में पानी में यूरेनियम की मात्रा मापन हेतु ‘फ्लोरी मीटर’ नामक यंत्र विकसित किया गया है।
  • यह यंत्र 0.1 पीपीबी (पार्ट्स प्रति बिलियन) इकाई से 100 पार्ट्स प्रति बिलियन के पानी के नमूने में यूरेनियम की मात्रा की जांच करने में सक्षम है।
  • इस उपकरण की लागत राशि लगभग एक लाख रुपए है।
  • परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड द्वारा पीने के पानी के लिए 60 पीपीबी यूरेनियम के संकेन्द्रण को अनुमत रेडियोलॉजिकल सीमा तय की गई है।
  • विशेषज्ञों के अनुसार लोगों को जल के उन स्रोतों का उपयोग नहीं करना चाहिए जहां यूरेनियम की मात्रा परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड द्वारा निर्धारित सीमा से अधिक हो।
  • पानी में यूरेनियम की उच्च मात्रा मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
  • लंबी अवधि तक यूरेनियम युक्त पानी का उपभोग करने से बच्चों में कैंसर होने का खतरा रहता है।
  • इस यंत्र का व्यापक पैमाने पर उत्पादन करने हेतु परमाणु ऊर्जा विभाग ने इस तकनीक को अपनी अन्य इकाई इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (ECIL) को स्थानांतरित कर दिया है।
  • यह यंत्र मुख्यतः पंजाब जैसे क्षेत्रों में जल स्रोतों में यूरेनियम के स्तर की जांच में सहायक होगा।

संबंधित लिंक
https://www.indiatoday.in/pti-feed/story/dae-unit-develops-device-to-measure-uranium-traces-in-water-1195642-2018-03-22
http://www.business-standard.com/article/pti-stories/dae-unit-develops-device-to-measure-uranium-traces-in-water-118032200801_1.html
https://naidunia.jagran.com/madhya-pradesh/indore-cheapest-device-to-detect-uranium-in-water-1621346
http://www.rrcat.gov.in/technology/laser/lpd/mitm.html#ura