प्रश्न-हाल ही में वैज्ञानिकों द्वारा कौन सा ‘प्लास्टिक ईटिंग एंजाइम’ विकसित किया गया?
(a) पेटेज
(b) प्लास्टिक बग
(c) पीईटी
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य
- अप्रैल, 2018 में वैज्ञानिकों द्वारा प्लास्टिक ईटिंग एंजाइम ‘पेटेज’ (PETase) को विकसित किया गया है।
- यह एंजाइम प्लास्टिक की रासायनिक संरचना को तोड़कर उसे उसके बुनियादी स्वरूप में बदल देता है।
- यह खोज दुनियाभर में तेजी से फैल रहे प्लास्टिक कचरे की समस्या को दूर कर सकती है।
- ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ऑफ पोर्ट्समाउथ और अमेरिका की नेशनल रिन्यूएबल एनर्जी लैबोरेटरी के शोधकर्ताओं द्वारा संयुक्त शोध में संयोग से ‘पेटेज’ (PETase) नामक इस एंजाइम को विकसित किया है।
- शोधकर्ताओं ने जापान के अपशिष्ट रिसाइकिलिंग सेंटर में प्लास्टिक खाने वाले प्राकृतिक एंजाइम पर की जा रही ‘एक्सरे डिफ्रैक्शन’ प्रक्रिया के दौरान इस एंजाइम को संयोग वश विकसित किया है।
- ज्ञातव्य है कि इस प्राकृतिक एंजाइम ‘‘आइडियोनेला सैकेनेसिस’’ की खोज वर्ष 2016 में ही हो गई थे।
- शोध के दौरान प्राकृतिक बैक्टीरिया ताकतवर एंजाइम में तब्दील हो गया।
- पेटेज सामान्य रूप से इस्तेमाल होने वाली पॉलीएथिलीन टेरेफ्थलैट (पीईटी) नामक प्लास्टिक की रासायनिक बनावट को तोड़ने में सक्षम है और उसे उसके बुनियादी स्वरूप में बदलने में भी सक्षम है।
- ध्यातव्य है कि पीईटी को पानी और कोल्ड डि्रंक्स की बोतलें बनाने में इस्तेमाल किया जाता है।
- अद्यतन खोज ‘पेटेज’ से ‘प्लास्टिक बोतलों को गुणवत्ता के साथ रिसाइकिल किया जा सकता है।