प्रयोगशाला में 3D फेफड़े विकसित

UCLA researchers use stem cells to grow 3-D lung-in-a-dish

प्रश्न-कहां के वैज्ञानिकों ने प्रयोगशाला में सफलतापूर्वक त्रिविमीय (3D) फेफड़ा विकसित किया है?
(a) अमेरिका
(b) चीन
(c) भारत
(d) रूस
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य

  • 15 सितंबर 2016 को जारी विज्ञप्ति के अनुसार, कैलीफोर्निया विश्व विद्यालय, लॉस एंजिल्स अमेरिका के एली और एडिथ पुनर्योजी चिकित्सा विस्तार केंद्र एवं मूल कोशिका अनुसंधान के वैज्ञानिकों ने, जिसमें भारतीय मूल के वैज्ञानिक भी हैं, स्टेम सेल का उपयोग कर सफलतापूर्वक त्रिविमीय (3D) फेफड़ों को प्रयोगशाला में विकसित किया है।
  • प्रयोगशाला में विकसित किये गये ऊतक का उपयोग आइडियो पैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस जैसे रोगों के अध्ययन के लिये भी किया जा सकता है, जिनका पारंपरिक विधियों से अध्ययन कठिन था।
  • यद्यपि यह पूर्ण रूप से कार्य करने वाला फेफड़ा नहीं है, लेकिन मानव फेफड़े का प्रतिरूप विकसित किया गया है और फेफड़े की कोशिका को लेकर उसे सही ज्यामितीय रिक्ति में स्थापित किया जा सकेगा।
  • आइडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस (Idiopathic Pulmonary Fibrosis) फेफड़ों से संबंधित पुरानी बीमारी है, जिसमें फेफड़ों में घाव हो जाता है। घाव फेफड़ों को मोटा और कठोर बना देता है जिसके फलस्वरूप मस्तिष्क और अन्य महत्वपूर्ण अंगों को ऑक्सीजन की कमी होने लगती है।
  • नये फेफड़े अंगाभ (Organoids) का उपयोग करके शोधकर्ता फेफड़ों के रोगों के जैविक आधार का अध्ययन और रोग के संभावित निदान का परीक्षण कर सकेंगे।

संबंधित लिंक भी देखें…
http://newsroom.ucla.edu/releases/ucla-researchers-use-stem-cells-to-grow-3-d-lung-in-a-dish
http://www.mirror.co.uk/science/pea-sized-human-lungs-been-8843644
http://www.dailymail.co.uk/health/article-3791029/Scientists-grow-tiny-pea-sized-human-lungs-laboratory-giving-hope-thousands-patients-fatal-conditions.html