प्रधानमंत्री द्वारा ओडिशा में कई परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास

PM releases commemorative stamp and coin on Paika Rebellion; dedicates IIT Bhubaneswar campus to the nation

प्रश्न-हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा में पारादीप-हैदराबाद के बीच पाइप लाइन के कार्य का शुभारंभ किया इस पाइप लाइन की लंबाई लगभग कितनी होगी?
(a) 1100 किमी.
(b) 1150 किमी.
(c) 1200 किमी.
(d) 1250 किमी.
उत्तर-(d)
संबंधित तथ्य

  • 24 दिसंबर, 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा में 14000 करोड़ रुपये से अधिक की कई परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया।
  • इन योजनाओं में उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य, गैस, रोड और सांस्कृतिक महत्व की अनेक परियोजनाएं शामिल हैं।
  • प्रधानमंत्री ने ओडिशा में स्तूप, विहार और भगवान बुद्ध की छवियों सहित पुरातात्विक महत्व के प्रसिद्ध बौद्ध केंद्र ललितगिरी में ललितगिरी संग्रहालय का उद्घाटन किया।
  • प्रधानमंत्री में 1260 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित भारतीय प्रौद्य़ोगिकी संस्थान (आईआईटी), भुवनेश्वर का नया परिसर भी राष्ट्र को समर्पित किया।
  • उन्होंने बरहामपुर में बनने वाले भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान की आधारशिला रखी।
  • इस संस्थान की निर्माण लागत राशि लगभग 1600 करोड़ रुपये होगी।
  • खोरदा, भुवनेश्वर में निर्मित ईएआईसी अस्पताल भी जनता को समर्पित किया।
  • प्रधानमंत्री ने पारादीप-हैदराबाद के बीच पाइपलाइन के कार्य का शुभारंभ किया।
  • इस पाइपलाइन की लंबाई लगभग 1200 किमी. है।
  • यह पाइपलाइन ओडिशा के साथ-साथ आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की पेट्रोलियम पदार्थों की आवश्यकताओं को पूरा करेगी।
  • इस परियोजना की लागत राशि लगभग 4 हजार करोड़ रुपये होगी।
  • उन्होंने प्रधानमंत्री उर्जा गंगा योजना के तहत जगदीशपुर, हल्दिया, बोकारो, धामरा पाइपलाइन परियोजना के बोकारो-अंगुल खंड का भी शिलान्यास किया।
  • लगभग 3500 करोड़ रुपये की लागत की इस परियोजना के पूरा होने पर इससे ओडिशा के 5 जिलों के साथ ही झारखंड के 6 जिले भी इस गैस पाइप लाइन से जुड़ जाएंगे।
  • प्रधानमंत्री ने पाइका विद्रोह के 200 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आईआईटी भुवनेश्वर के परिसर में आयोजित समारोह में स्मारक टिकट और सिक्का जारी किया।
  • बक्शी जगबंधु विद्याधर के नेतृत्व में पाइका विद्रोह ओडिशा में वर्ष 1817 में ब्रिटिश राज के विद्रोह में किया गया था।

लेखक-विजय प्रताप सिंह

संबंधित लिंक भी देखें… 

http://pib.nic.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=186768