प्रथम द्विमासिक मौद्रिक नीति-2017-18

First Bi-monthly Monetary Policy Statement, 2017-18 Resolution of the Monetary Policy Committee (MPC) Reserve Bank of India

प्रश्न-6 अप्रैल, 2017 को भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर डॉ. उर्जित पटेल एवं मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने ‘प्रथम द्विमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य, 2017-18’ को प्रस्तुत करते हुए रिवर्स रिपो दर में कितने आधार अंकों की बढ़ोत्तरी करने की घोषणा की है?
(a) 0.20
(b) 0.50
(c) 0.25
(d) 0.75
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य

  • 6 अप्रैल, 2017 को भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर डॉ. उर्जित पटेल की अध्यक्षता में मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने ‘प्रथम द्विमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य, 2017-18’ (First Bi-Monthly Monetary Policy Statement, 2017-18) जारी किया।
  • भारतीय रिजर्व बैंक ने ‘प्रथम द्विमासिक मौद्रिक नीति’ में नीति दरों, आरक्षित नगदी अनुपात, निवल मांग एवं मियादी देयताओं को अपरिवर्तित रखा।
  • इस मौद्रिक नीति वक्तव्य में ‘चल-निधि समायोजन योजना’ (LAF : Liquidity Adjustment Facility) के अंतर्गत रिपो दर में कोई परिवर्तन किए बिना इसे 6.25 प्रतिशत पर रखा गया है।
  • जबकि चलनिधि समायोजन सुविधा के अंतर्गत स्थाई रिवर्स रेपो रेट (Reverse Repo Rate) 0.25 आधार अंक बढ़कर 6.0 प्रतिशत तथा सीमांत सुविधा दर (Marginal Standing Facility Rate) और बैंक दर 0.25 आधार अंक घटकर 6.50 प्रतिशत है।
  • अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के सांविधिक चलनिधि अनुपात (Statutory Liquidity Ratio: SLR) को अपरिवर्तित रखते हुए 20.50 प्रतिशत पर बरकरार रखा गया है।
  • अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के नगद आरक्षित अनुपात (Cash Reserve Ratio: CRR) को अपरिवर्तित रखते हुए इसे निवल मांग और मियादी देयताओं (Net Demand and Time Liabilities: NDTL) के 4 प्रतिशत पर बरकरार रखा गया है।
  • भारतीय रिजर्व बैंक ने वर्ष 2016-17 के जीवीए (Gross Value Added: GVA) वृद्धि 6.7 प्रतिशत तथा वर्ष 2017-18 में 7.4 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।
  • आरबीआई ने वित्त वर्ष 2017-18 की पहली छमाही में मुद्रास्फीति के औसत 4.5 प्रतिशत तथा दूसरी छमाही में 5.0 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।

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