प्रथम द्विमासिक मौद्रिक नीति, 2018-19

प्रश्न-5 अप्रैल, 2018 को भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर डॉ. उर्जित पटेल एवं मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने प्रथम द्विमासिक मौद्रिक नीति, 2018-19 जारी की। इसके अनुसार, वर्ष 2018-19 में जी.डी.पी. वृद्धि दर कितने प्रतिशत रहने का अनुमान है?
(a) 6.6 प्रतिशत
(b) 7.2 प्रतिशत
(c) 7.4 प्रतिशत
(d) 6.9 प्रतिशत
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य

  • 5 अप्रैल, 2018 को भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर डॉ. उर्जित पटेल की अध्यक्षता में मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने ‘प्रथम द्विमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य, 2018-19’ (First bi-Monthly Monetary Policy Statement 2018-19) जारी किया।
  • भारतीय रिजर्व बैंक ने प्रथम द्विमासिक मौद्रिक नीति में नीतिगत दरों, आरक्षित नगदी अनुपात, निवल मांग एवं मियादी देयताओं को अपरिवर्तित रखा है।
  • इस मौद्रिक नीति में चलनिधि समायोजन सुविधा (LAF: Liquidity Adjustment Facility) के अंतर्गत रेपो दर में कोई परिवर्तन किए बिना इसे 6.00 प्रतिशत पर बरकरार रखा गया है।
  • अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के नगद आरक्षित अनुपात (CRR: Cash Reserve Ratio) को अपरिवर्तित रखते हुए इसे निवल मांग और मियादी देयताओं (NDTL: Net Demand and Time Liabilities) के 4 प्रतिशत पर बरकरार रखा गया।
  • अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के सांविधिक चलनिधि अनुपात (SLR: Statutary Liquidity by Ratio) को अपरिवर्तित रखते हुए 19.50 प्रतिशत पर रखा गया है।
  • परिणामतः चलनिधि समायोजन सुविधा के अंतर्गत रिवर्स रेपो दर 7.75 तथा सीमांत स्थायी सुविधा दर (MSF) और बैंक दर 6.25 प्रतिशत है।
  • समग्र रूप से, जीडीपी वृद्धि वर्ष 2017-18 के 6.6 प्रतिशत से बढ़कर वर्ष 2018-19 में 7.4 प्रतिशत रहने का अनुमान है।

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