दुनिया के पहले वॉटर वेब लेजर की खोज

Technion Researchers Create First “Water-Wave” Laser

प्रश्न-हाल ही में दुनिया के पहले वॉटर लेजर की खोज किस देश के वैज्ञानिकों ने की?
(a) जापान
(b) अमेरिका
(c) चीन
(d) इजराइल
उत्तर-(d)
संबंधित तथ्य

  • 21 नवंबर, 2016 को जर्नल नेचर फोटोनिक्स के अनुसार इजराइल के टेक्नियन इजराइल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिकों ने विश्व के पहले वॉटर वेब लेजर (Water Wave Laser) की खोज की।
  • ठेठ रूप में लेजर की उत्पत्ति तब होती है जब किसी परमाणु में बाहरी स्रोत से ऊर्जा के अवशोषण के पश्चात इलेक्ट्रॉन उत्तेजित होकर लेजर लाइट के रूप में विकिरण उत्सर्जित करते हैं।
  • वॉटर वेब लेजर की तकनीक में शोधकर्ताओं ने एक उपकरण बनाया जिसमें पानी एवं पारदर्शक (Octane) के एक छोटी बूंद में से प्रकाश तंतु (Optical Fiber) के माध्यम से प्रकाश गुजारा गया है।
  • इस प्रक्रिया में जब बूंद के अंदर ही प्रकाश की तरंगें तथा जल की लहरें एक दूसरे में से होकर कई बार (लगभग 10 लाख बार) गुजरती हैं तब बूंद द्वारा ऊर्जा का उत्सर्जन होता है।
  • प्रकाश तंतुवीय प्रकाश तथा बूंद की सतह पर होने वाला अति सूक्ष्म प्रकम्पन मिलकर एक अनुगूंज पैदा करते हैं।
  • बूंद में उत्पन्न ऊर्जा जब बूंद से बाहर निकलती है तो वह जल लहर (Water-Wave) लेजर के रूप में उत्सर्जित होती है।
  • वॉटर वेब लेजर का प्रयोग ‘चिप में प्रयोगशाला’ (Lab-on-a-Chip) उपकरणों में कोशिका जीव विज्ञान तथा नए औषध उपचारों के अध्ययन हेतु किया जा सकता है।
  • इसका प्रयोग ऐसे सूक्ष्म संवेदक (Sensors) में भी किया जा सकता है जो प्रकाश तरंग, ध्वनि तरंग तथा जल तरंग को समेकित करते हैं।
  • यह वैज्ञानिकों को मानव बाल की चौड़ाई से भी छोटे पैमाने पर प्रकाश और तरल पदार्थ के परस्पर क्रिया प्रभाव के अध्ययन का आधार प्रदान करेगा।

संबंधित लिंक भी देखें…
http://www.technion.ac.il/en/2016/11/1st-water-wave-laser/
http://gpoeng.gov.il/media-center/gpo-news/technion-researchers-create-first-water-wave-laser/