प्रश्न-7 अगस्त, 2019 को भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में मौद्रिक नीति समिति ने तृतीय द्विमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य, 2019-20 जारी की। इससे संबंधित निम्न कथनों पर विचार कीजिए-
(i) आरबीआई ने रेपो दर को तत्काल प्रभाव से 35 आधार अंक कम करके 5.75 से 5.40 प्रतिशत किया।
(ii) इसके अनुसार जीडीपी वृद्धि दर वर्ष 2019-20 में 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
(a) केवल (i)
(b) केवल (ii)
(c) (i) एवं (ii) दोनों
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य
(i) आरबीआई ने रेपो दर को तत्काल प्रभाव से 35 आधार अंक कम करके 5.75 से 5.40 प्रतिशत किया।
(ii) इसके अनुसार जीडीपी वृद्धि दर वर्ष 2019-20 में 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
(a) केवल (i)
(b) केवल (ii)
(c) (i) एवं (ii) दोनों
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य
- 7 अगस्त, 2019 को भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में मौद्रिक नीति समिति ने तृतीय द्विमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य (Third Bi-Monthly Monetary Policy Statement), 2019-20 जारी किया।
- आरबीआई ने तृतीय द्विमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य में चलनिधि समायोजन सुविधा (LAF : Liquidity Adjustment Facility) के अंतर्गत रेपो दर को तत्काल प्रभाव से 35 आधार अंक कम करके 5.75 से 5.40 प्रतिशत किया।
- परिणामतः चलनिधि समायोजन सुविधा के अंतर्गत रिवर्स रेपो रेट 5.15 प्रतिशत तथा सीमांत स्थायी सुविधा दर (MSF) और बैंक दर 5.65 प्रतिशत हो गया।
- जबकि अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के सांविधिक चलनिधि अनुपात (SLR) 18.75 प्रतिशत है।
- अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के नगद आरक्षित अनुपात (CRR) को अपरिवर्तित रखते हुए इसे निवल मांग और मियादी देयताओं (NDTL) को 4 प्रतिशत पर यथावत रखा गया है।
- आरबीआई ने जीडीपी वृद्धि दर वर्ष 2019-20 में 6.9 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।
- रेपो रेट कम होने का प्रभाव
- आरबीआई के इस निर्णय से उन लोगों को फायदा मिलेगा, जिनकी होम या ऑटो लोन की ईएमआई चल रही है।
- बैंकों पर ब्याज दर कम करने का दबाव बनेगा।
- ब्याज दर कम होने से उपभोक्ताओं की क्रय शक्ति बढ़ेगी एवं बाजार में मुद्रा की तरलता बढ़ेगी।
- इसके अलावा, भारतीय रिजर्व बैंक ने नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (NEFT) की सुविधा सातों दिन और 24 घंटे देने का निर्णय लिया।
- यह फैसला दिसंबर, 2019 से लागू होगा।
- वर्तमान में NEFT की सेवा ग्राहकों को सुबह 8 बजे से शाम 7 बजे तक ही उपलब्ध रहती है।
- वहीं प्रत्येक माह के दूसरे और चौथे शनिवार के अलावा हर रविवार को ये सेवा काम नहीं करती है।
लेखक-विवेक कुमार त्रिपाठी
संबंधित लिंक भी देखें…
https://www.rbi.org.in/Scripts/BS_PressReleaseDisplay.aspx?prid=47818