प्रश्न-12 अगस्त, 2019 को भारत में अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक डॉ. विक्रम ए. साराभाई के जन्म शताब्दी (100वीं वर्षगांठ) कार्यक्रम का उद्घाटन कहां किया गया?
(a) नई दिल्ली
(b) बेंगलुरू
(c) अहमदाबाद
(d) मुंबई
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य
(a) नई दिल्ली
(b) बेंगलुरू
(c) अहमदाबाद
(d) मुंबई
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य
- 12 अगस्त, 2019 को भारत में अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक डॉ. विक्रम ए. साराभाई की जन्म शताब्दी (100वीं वर्षगांठ) मनाई गई।
- इसके स्मरण में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) एवं परमाणु ऊर्जा विभाग का राष्ट्रीय स्तर पर शताब्दी वर्ष के दौरान अनेक कार्यक्रम संचालित करने का प्रस्ताव है।
- 12 अगस्त, 2019 को एक वर्ष तक चलने वाले इस कार्यक्रम का उद्घाटन समारोह गुजरात विश्वविद्यालय सम्मेलन केंद्र, अहमदाबाद में संपन्न हुआ।
- डॉ. विक्रम ए. साराभाई का जन्म 12 अगस्त, 1919 को अहमदाबाद में हुआ था।
- उनके जन्म शताब्दी समारोह के अवसर पर उनकी संपूर्ण जीवन गाथा पर एक फोटो संग्रह चित्रों के माध्यम से इसरो पर एक कॉफी टेबल पुस्तक तथा 100 रुपये के स्मरणीय सिक्के का विमोचन किया गया।
- वह वर्ष 1966-1971 तक परमाणु ऊर्जा आयोग के अध्यक्ष रहे।
- वह अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र, अहमदाबाद के संस्थापक एवं अध्यक्ष रहे।
- डॉ. विक्रम ए. साराभाई के प्रयासों से ही अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में भारत को अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर स्थान मिला।
- भौतिकी अनुसंधान प्रयोगशाला (PRL) अहमदाबाद तथा भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) अहमदाबाद की स्थापना में उनका प्रमुख योगदान रहा।
- उन्होंने भारत में उपग्रह टेलीविजन प्रसारण के विकास में भी अग्रणी भूमिका निभाई थीं।
- 30 दिसंबर, 1971 को उनका निधन तिरूवनंतपुरम (केरल) में हुआ।
- उन्हें वर्ष 1966 में पद्मभूषण तथा वर्ष 1972 में मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।
- वर्ष 1974 में सिडनी स्थित अंतरराष्ट्रीय खगोल विज्ञान संघ ने निर्णय लिया कि ‘सी ऑफ सेरेनिटी’ पर स्थित ‘बेसल’ नामक मून क्रेटर अब ‘साराभाई क्रेटर’ के नाम से जाना जाएगा।
लेखक-विवेक कुमार त्रिपाठी
संबंधित लिंक भी देखें…
https://www.isro.gov.in/update/07-aug-2019/vikram-sarabhai-centenary-programme