प्रश्न-हाल ही में नीति आयोग द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार गुजरात में लिंगानुपात में कितने अंकों की गिरावट दर्ज की गई?
(a) 53 अंकों की
(b) 50 अंकों की
(c) 55 अंकों की
(d) 58 अंकों की
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य
- 9 फरवरी, 2018 को नीति आयोग ने जन्म के समय लिंगानुपात संबंधी अपनी रिपोर्ट जारी की।
- यह रिपोर्ट है- स्वस्थ राज्य, प्रगतिशील भारत’ (Healthy States, Progressive India)।
- रिपोर्ट के अनुसार देश के 21 बड़े राज्यों में से 17 में जन्म के समय लिंगानुपात (Sex Ratio at Birth) में गिरावट दर्ज की गई।
- जबकि गुजरात में इस संदर्भ में 53 अंकों की चिंताजनक गिरावट दर्ज की गई।
- नीति आयोग ने लिंग यचनात्मक गर्भपात हेतु जांच पर अपनी चिंता और स्थिति को स्पष्ट किया है।
- एसआरबी में सुधार पंजाब में दिखाई दिया है।
- जिसमें 19 अंकों का उछाल दर्ज किया गया है।
- सुधार में दूसरे एवं तीसरे स्थान पर क्रमशः उत्तर प्रदेश (10 अंक) और बिहार (9 अंक) हैं।
- जन्म के समय लिंगानुपात (एसआरबी) एक महत्वपूर्ण संकेतक होता है।
- जो लिंग चयनात्मक गर्भपात की वजह से पैदा होने वाली लड़कियों की संख्या में कमी को दर्शाता है।
- वर्ष 2012-14 (आधार वर्ष) से वर्ष 2013-15 (संदर्भ वर्ष) के दौरान 17 बड़े राज्यों के ‘एसआरबी’ में 10 या उससे अधिक अंकों की गिरावट दर्ज की गई।
- इसी अवधि के दौरान गुजरात की ‘एसआरबी’ 907 फीमेल प्रति 1000 मेल की तुलना में 53 प्वांइट गिरकर 854 हो गई।
- गुजरात के बाद हरियाणा में 35 अंकों की गिरावट दर्ज की गई।
- ‘एसआरबी’ में महत्वपूर्ण गिरावट दर्ज करने वाले अन्य राज्य हैं-राजस्थान (32 अंक), उत्तराखंड (27 अंक), महाराष्ट्र (18 अंक), हिमाचल प्रदेश (14 अंक), छत्तीसगढ़ (12 अंक) एवं कर्नाटक (11 अंक)।
- निकर्ष-नीति आयोग ने रिपोर्ट के उपरोक्त विवरणों के आधार पर बालिकाओं के जन्म को बढ़ावा देने हेतु उचित उपाय करने की आवश्यकता जताई है।
- इन उपायों में शामिल है-राज्यों द्वारा प्री-कॉन्सेप्शन व प्री-नैटल (Natal) डायग्नोस्टिक टेक्निक्स अधिनियम, 1994 को प्रभावी रूप से लागू करना।
संबंधित लिंक
http://niti.gov.in/writereaddata/files/Healthy-States-Progressive-India-Report.pdf