छत्तीसगढ़ में जैव प्रौद्योगिकी पार्क की स्थापना हेतु समझौता

प्रश्न-हाल ही में छत्तीसगढ़ में जैव प्रौद्योगिकी पार्क की स्थापना हेतु त्रिपक्षीय समझौता-ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया। इस संबंध में कौन-सा तथ्य सही नहीं हैं।
(a) 4 सितंबर, 2018 को यह समझौता-ज्ञापन जैव प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार; कृषि एवं जैव प्रौद्योगिकी विभाग, छत्तीसगढ़ सरकार और इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय (रायपुर) के मध्य हस्ताक्षरित हुआ।
(b) यह पार्क इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर में स्थापित किया जा रहा है।
(c) इस पार्क की स्थापना भारत सरकार के वित्तीय सहयोग से की जा रही है।
(d) जैव प्रौद्योगिकी परियोजना की कुल लागत राशि 30 करोड़ रुपये है।
उत्तर-(d)
संबंधित तथ्य

  • 4 सितंबर, 2018 को छत्तीसगढ़ में जैव प्रौद्योगिकी पार्क की स्थापना हेतु त्रिपक्षीय समझौता-ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया।
  • यह समझौता-ज्ञापन जैव प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार; कृषि एवं जैव प्रौद्योगिकी विभाग, छत्तीसगढ़ सरकार और इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर (छत्तीसगढ़) के मध्य हस्ताक्षरित हुआ।
  • छत्तीसगढ़ में जैव प्रौद्योगिकी पार्क इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में स्थापित किया जा रहा है।
  • यह पार्क भारत सरकार के वित्तीय सहयोग से विकसित किया जा रहा है।
  • जैव प्रौद्योगिकी परियोजना की कुल लागत राशि 44 करोड़ रुपये है।
  • इस परियोजनान्तर्गत प्रथम चरण में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय परिसर में बायोटेक इन्क्यूबेशन सेंटर की स्थापना की जाएगी।
  • इस सेंटर की स्थापना लागत राशि 30 करोड़ रुपये होगी।
  • इसका उद्देश्य राज्य में जैव प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देना है।
  • जैव प्रौद्योगिकी पार्क परियोजना के तहत अनुसंधान कार्यों को प्रोत्साहित करने के साथ ही जैव प्रौद्योगिकी से संबंधित उद्योगों की स्थापना को बढ़ावा दिया जाएगा।
  • इस पंचवर्षीय योजना का क्रियान्वयन दो चरणों में किया जाएगा।
  • प्रथम चरण में बायोटेक इन्क्यूबेशन सेंटर की स्थापना की जाएगी।
  • इसकी स्थापना की पूर्णता अवधि 2 वर्ष निर्धारित है।
  • द्वितीय चरण में 9.59 हेक्टेयर भूमि पर बिजनेस इंटरप्राइज जोन स्थापित किया जाएगा।
  • इस जोन की स्थापना रायपुर जिले में स्थित आरंग तहसील के ग्राम मुनगी में की जाएगी।

लेखक-विजय प्रताप सिंह

संबंधित लिंक…
https://bit.ly/2wP0v6x