एसएटीएच-शिक्षा रोडमैप 2018-2020

प्रश्न-एसएटीएच-ई कार्यक्रम हेतु तीन राज्यों को चयनित किया गया है, कौन राज्य इसमें शामिल नहीं है?
(a) छत्तीसगढ़
(b) झारखंड
(c) मध्य प्रदेश
(d) ओडिशा
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य

  • 17 मार्च, 2018 को एसएटीएच-ई परियोजना को शासित करने वाली संस्था राष्ट्रीय संचालन समूह की बैठक में शिक्षा में मानव पूंजी में परिवर्तन लाने हेतु सतत कार्रवाई के लिए (एसएटीएच-ई) का दूरदर्शी रोडमैप जारी किया गया।
  • इस परियोजना में झारखंड, मध्य प्रदेश ओडिशा भगीदार राज्य हैं।
  • यह रोडमैप नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत ने जारी किया।
  • एसएटीएच-ई का अर्थ शिक्षा प्रणाली का साथी है, जिसके केंद्र में विद्यार्थी और शिक्षक हैं।
  • इसका उद्देश्य प्रत्येक बच्चे हेतु संपूर्ण सरकारी स्कूली शिक्षा प्रणाली को उत्तरदायी, आकांक्षी और परिवर्तनकारी बनाना है।
  • रोडमैप में व्यक्त कार्यक्रम और अन्य पहलों को आगामी 24 माह में और सुदृढ़ तथा अनुकूल बनाया जाएगा।
  • इसे नॉलेज पार्टनरों-बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप तथा पीरामल फाउंडेशन फॉर एजुकेशन लीडरशिप की सलाह से एसएटीएच-ई द्वारा लागू किया जाएगा।
  • नीति आयोग द्वारा मई, 2017 में सभी राज्यों को पत्र लिखकर राज्यों के स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र में सुधार करने हेतु सहायता की पेशकश की गई।
  • 16 राज्यों ने इसका समर्थन किया।
  • मानव संसाधन विकास मंत्रालय के साथ प्रजेंटेशन और परामर्श के बाद इस कार्यक्रम हेतु तीन राज्यों झारखंड, मध्य प्रदेश और ओडिशा का चयन किया गया।
  • इस प्रकार मानव पूंजी-शिक्षा में परिवर्तन करने के लिए सतत कार्य (एसएटीएच-ई) की शुरूआत हुई।
  • एसएटीएच-ई पहल राज्यों के साथ औपचारिक समझौतों पर आधारित है।
  • इसका वित्तपोषण नीति आयोग और सहभागी राज्यों के बीच लागत साझा करने की व्यवस्था के माध्यम से किया जाएगा।
  • परियोजना की समीक्षा, डाटा संग्रहण तथा कार्यान्वयन हेतु बोस्टन कंसलटिंग ग्रुप तथा पीरामल फाउंडेशन फॉर एजुकेशन लीडरशिप का चयन नॉलेज पार्टनर के रूप में किया गया।
  • एसएटीएच-ई की कल्पना एक कार्यक्रम के रूप में की गई है जिसका उद्देश्य इन तीन राज्यों में माध्यमिक और प्राथमिक स्कूल शिक्षा में परिवर्तन लाना है।
  • इस रोडमैप में एक समयबद्ध लक्ष्य प्रेरित अभ्यास का उल्लेख है जो अकादमिक वर्ष 2020 के अंत तक अपने तार्किक स्वरूप में होगा।
  • इससे संबंधित संपूर्ण प्रक्रिया राज्यों तथा मानव संसाधन विकास मंत्रालय के साथ परामर्श से पूरी की जाएगी।
  • इस कार्य में नीति आयोग के सीईओ की अध्यक्षता में राष्ट्रीय संचालन ग्रुप (एनएसजी) तथा राज्यों के मुख्य सचिव सहायक होंगे।
  • एसएटीएच-ई का उद्देश्य शिक्षा और मुख्यधारा की उत्कृष्टता हेतु रोल मॉडल राज्य बनाना है, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता और परिणाम में परिवर्तन किया जा सके।
  • प्रौद्योगिकी को आवश्यकता आधारित डाटा प्रेरित मूल्यांकन से जोड़ने और इसे नवाचार, इन्क्यूवेशन, बाह्य तीसरा पक्ष, धनपोषण तथा सार्वजनिक-निजी-परोपकारी साझेदारी का रूप देने से शिक्षा क्षेत्र में परिवर्तन लाने के कार्य में राज्यों की भूमिका चालक के रूप में होगी।

संबंधित लिंक
http://pib.nic.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=177647
http://pib.nic.in/newsite/PrintHindiRelease.aspx?relid=71263
http://www.newindianexpress.com/nation/2018/mar/17/niti-aayog-says-will-kickstart-transform-of-school-education-1788682.html
https://epaper.timesgroup.com/Olive/ODN/TimesOfIndia/shared/ShowArticle.aspx?doc=TOIBHO%2F2018%2F03%2F19&entity=Ar00312&sk=800E34EC&mode=text