‘एक्सीलेरेट विज्ञान’ योजना

प्रश्न-विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के सांविधिक निकाय विज्ञान और इंजीनयरी अनुसंधान बोर्ड (एसईआरबी) द्वारा ‘एक्सीलेरेट विज्ञान’ योजना शुरू की गई है। इस योजना के संबंध में विकल्प में कौन-सा तथ्य सही नहीं है?
(a) इस योजना का उद्देश्य देश में वैज्ञानिक शोध की गति तेज करने और विज्ञान के क्षेत्र में कार्यरत मानव संसाधन को तैयार करना है।
(b) इस योजना के 2 प्रमुख घटक ‘अभ्यास’ और ‘समूहन’ हैं।
(c) ‘अभ्यास’ के 2 उप-घटक ‘कार्यशाला’ और ‘वृत्तिका’ हैं।
(d) ‘समूहन’ कार्यक्रम के 2 उप-घटक ‘संयोजिका’ और ‘समृद्धि’ हैं।
उत्तर-(d)
संबंधित तथ्य

  • 1 जुलाई, 2020 को प्रकाशित रिपोर्टों के अनुसार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के सांविधिक निकाय विज्ञान और इंजीनियरी अनुसंधान बोर्ड (एसईआरबी) द्वारा ‘एक्सीलेरेट विज्ञान’ योजना शुरू की गई है।
  • इस योजना का उद्देश्य देश में वैज्ञानिक शोध की गति तेज करने और विज्ञान के क्षेत्र में कार्यरत मानव संसाधन को तैयार करना है।
  • अन्य उद्देश्य विज्ञान के क्षेत्र में कॅरियर बनाने के इच्छुक छात्रों को रिसर्च इंटर्नशिप, क्षमता निर्माण कार्यक्रमों और कार्यशालाओं से संबंधित एक मंच प्रदान करना है।
  • इस योजना के ‘अभ्यास’ घटक के अंतर्गत शीतकालीन सत्र हेतु आवेदन आमंत्रित किए गए हैं।
  • ‘अभ्यास’, ‘एक्सीलेरेट विज्ञान’ योजना का एक प्रमुख घटक है, जिसका लक्ष्य स्नातकोत्तर एवं पीएचडी के छात्रों को उसके संबंधित विषयों में कौशल विकास को प्रोत्साहित करता है, जिससे वे शोध एवं विकास को बढ़ावा देने में सक्षम हो सके।
  • इस कार्यक्रम के दो उप-घटक ‘कार्यशाला’ और रिसर्च इंटर्नशिप ‘वृत्तिका’ है।
  • इस योजना के अंतर्गत संचालित एक अन्य कार्यक्रम ‘समूहन’ है, जिसके दो उप-घटक ‘संयोजिका’ एवं ‘संगोष्ठी’ है।
  • ‘संयोजिका’ देश में सभी सरकारी फंडिंग एजेंसियों द्वारा समर्थित विज्ञान और प्रौद्योगिकी में क्षमता निर्माण गतिविधियों को सूचीबद्ध करने के लिए शुरू किया गया है।
  • ‘संगोष्ठी’ विज्ञान और इंजीनियरी अनुसंधान बोर्ड (एसईआरबी) द्वारा संचालित है।
  • यह योजना मिशन मोड में कार्य करेगी, विशेषकर उस घटक के संबंध में, जो देश में सभी प्रमुख वैज्ञानिक समारोहों के एकीकरण का कार्य करेगा।
  • इस योजना का मूल दृष्टिकोण अनुसंधान के आधार का विस्तार करना है।
  • इस योजना के 3 व्यापक लक्ष्यों में वैज्ञानिक कार्यक्रमों का एकत्रीकरण, संसाधनों/सुविधाओं से दूर अनुसंधान प्रशिक्षुओं के लिए स्तरीय कार्यशालाओं की शुरुआत और अवसरों का सृजन करना शामिल है।
  • यह योजना अनुसंधान की संभावनाओं, परामर्श, प्रशिक्षण और व्यावहारिक कार्य प्रशिक्षण की पहचान करने की कार्यविधि को मजबूत बनाने हेतु राष्ट्रीय स्तर पर कार्य करेगी।

लेखक-विजय प्रताप सिंह

संबंधित लिंक भी देखें…

https://dst.gov.in/serb-inaugurates-inter-ministerial-initiative-accelerate-vigyan-scheme