इसरो द्वारा अंतरिक्ष यात्री बचाव प्रणाली का सफलतापूर्वक परीक्षण

प्रश्न-हाल ही में इसरो ने अंतरिक्ष यात्री बचाव प्रणाली का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। इससे संबंधित निम्न कथनों पर विचार कीजिए-
(i) 3 जुलाई, 2018 को इसरो ने अंतरिक्ष यात्री बचाव प्रणाली का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।
(ii) यह बचाव प्रणाली परीक्षण के निष्फल होने की स्थिति में अंतरिक्ष यात्रियों को तीव्रता से परीक्षण यान से सुरक्षित दूरी पर ले जाने की एक प्रणाली है।
उपर्युक्त कथानों में से कौन-सा/से कथन सही हैं?

(a) केवल (i)
(b) केवल (ii)
(c) (i) तथा (ii) दोनों
(d) न तो (i) न तो (ii)
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य

  • 5 जुलाई, 2018 को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने अंतरिक्ष यात्री प्रणाली का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।
  • यह बचाव प्रणाली परीक्षण के निष्फल होने की स्थिति में परीक्षण यान से सुरक्षित दूरी पर ले जाने की एक प्रणाली है।
  • इसरो ने श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में सुबह 7 बजे 12.6 टन भार वाले कृत्रिम क्रू मापदंडों के साथ बचाव प्रणाली का परीक्षण किया।
  • प्रथम परीक्षण (पैड निष्फल परीक्षण) में लांच पैड पर किसी भी अत्यावश्यकता के अनुसार क्रू सदस्यों को सुरक्षित बचाने का प्रदर्शन किया।
  • यह परीक्षण 259 सेकंड में पूर्ण हुआ।
  • इस दौरान क्रू बचाव प्रणाली ने अंतरिक्ष में ऊंची उड़ान भरी और बाद में बंगाल की खाड़ी में वृत्ताकार पथ में घूमते हुए अपने पैराशूट्स से पृथ्वी में प्रवेश किया।
  • यह श्रीहरिकोटा से 2.9 किमी. की दूरी पर है।
  • यह क्रू मापांक सुरक्षित सात विशेष रूप से बनाई गई तीव्र गति से काम करने वाली ठोस मोटर की ऊर्जा के अंतर्गत लगभग 2.7 किमी. की ऊंचाई तक पहुंचा।
  • इस मान परीक्षण के दौरान लगभग विभिन्न लक्ष्यों वाले 300 संवदेक को रिकॉर्ड किया गया।
  • इस दौरान बचाव प्रोटोकॉल के तहत मापदंडों के बचाव के लिए तीन बचाव नौकाओं का इस्तेमाल किया गया।

संबंधित लिंक…
http://pib.nic.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=180418
https://www.isro.gov.in/update/05-jul-2018/successful-flight-testing-of-crew-escape-system-technology-demonstrator