आर्थिक समीक्षाः2015-16

economic survey 2016-17

प्रश्न-26 फरवरी, 2016 को संसद में प्रस्तुत आर्थिक समीक्षा-2015-16 के अनुसार वर्ष 2016-17 में सकल घरेलू उत्पाद विकास (GDP) दर कितने प्रतिशत रहने की उम्मीद है?
(a) 7-7.5 प्रतिशत
(b) 7-8 प्रतिशत
(c) 8 प्रतिशत
(d) 8-8.5 प्रतिशत
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य

  • 26 फरवरी, 2016 को केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आर्थिक समीक्षा-2015-16 को संसद में प्रस्तुत किया।
    आर्थिक समीक्षाः 2015-16 के मुख्य बिंदु
  • वर्ष 2016-17 में स्थिर बाजार मूल्यों (2011-12) पर सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर 7-7.5 प्रतिशत रहने का अग्रिम अनुमान है।
  • जबकि वर्ष 2014-15 व 2015-16 में यह क्रमशः 7.2 प्रतिशत व 7.6 प्रतिशत थी।
  • अगले दो वर्षों में विकास दर 8 प्रतिशत से भी अधिक रहने का अनुमान है।
  • वर्ष 2015-16 (अग्रिप अनुमान) में कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र की वृद्धि दर-1.1 प्रतिशत।
  • वर्ष 2015-16 (अग्रिम अनुमान) में उद्योग क्षेत्र की वृद्धि दर-7.3 प्रतिशत।
  • वर्ष 2015-16 (अग्रिम अनुमान) में सेवा क्षेत्र की वृद्धि दर-9.2 प्रतिशत।
  • सकल घरेलू उत्पाद (GVA) की वृद्धि दर वर्ष 2014-15 में 7.1 प्रतिशत की तुलना में वर्ष 2015-16 में 7.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
  • वर्ष 2015-16 (अग्रिम अनुमान) में वर्तमान कीमतों पर प्रति व्यक्ति निवल राष्ट्रीय आय 93,231 रही, जो गत वर्ष 2014-15 की तुलना में 6.2 प्रतिशत अधिक है।
  • वर्ष 2015-16 (अग्रिम अनुमान) स्थिर कीमतों पर प्रति व्यक्ति निवल आय 77,431 रुपये रही जो विगत वर्ष 2014-15 की तुलना में 6.2 प्रतिशत की वृद्धि प्रदर्शित कर रही है।
  • सीपीआई नई ऋखंला मुद्रास्फीति में 5.5 के आस-पास उतार चढ़ाव हुआ है जबकि थोक मूल्य सूचकांक नवंबर-2014 से अभी तक नकारात्मक रहा।
    राजकोषीय घाट(Fiscal Deficit)
  • केंद्र सरकार का सकल राजकोषीय घाटा जीडीपी के प्रतिशत के रूप में वर्ष 2013-14 में 4.5 प्रतिशत, वर्ष 2014-15 (अनंतिम वास्तविक) में 4.0 प्रतिशत तथा वर्ष 2015-16 (बजट अनुमान) में 3.9 प्रतिशत के स्तर पर है।
    राजस्व घाटा (Revenue Deficit)
  • केंद्र सरकार का राजस्व घाटा जीडीपी के प्रतिशत के रूप में वर्ष 2013-14 में 3.2 प्रतिशत, वर्ष 2014-15 (अनंतिम वास्तविक) में 2.9 प्रतिशत तथा वर्ष 2015-16 (बजट अनुमान) में 2.8 प्रतिशत है।
    प्राथमिक घाटा (Primary Deficit)
  • केंद्र सरकार का प्राथमिक घाटा जीडीपी के प्रतिशत के रूप में वर्ष 2013-14 में 1.1 प्रतिशत, वर्ष 2014-15 (अनंतिम वास्तविक) में 0.8 प्रतिशत तथा वर्ष 2015-16 (बजट अनुमान) में 0.7 प्रतिशत है।
  • चालू बाजार मूल्यों पर सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के प्रतिशत के रूप में सकल घरेलू बचत वर्ष 2013-14 में 33 प्रतिशत और 2014-15 में 33 प्रतिशत के स्तर पर है।
  • चालू बाजार मूल्यों पर सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के प्रतिशत के रूप में सकल पूंजी निर्माण वर्ष 2013-14 में 34.7 प्रतिशत तथा वर्ष 2014-15 में 34.2 प्रतिशत के स्तर पर है।
  • भारत से निर्यात की वृद्धि दर (डॉलर मूल्य संदर्भ में) वर्ष 2014-15 में (-) 1.3 प्रतिशत थी जबकि इससे पूर्व वर्ष 2013-14 में 4.7 प्रतिशत थी।
  • वर्ष 2015-16 में (अप्रैल-जनवरी, 2015-16) में (-) 17.6 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
  • वर्ष 2014-15 में भारत में आयात की वृद्धि दर (डॉलर मूल्य के संदर्भ में) (-) 0.5 प्रतिशत थी जबकि वर्ष 2013-14 में यह (-) 8.3 प्रतिशत थी।
  • वर्ष 2015-16 में (अप्रैल-जनवरी, 2015-16) में इसके (-) 15.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
  • वर्ष 2014-15 में विदेशी मुद्रा भंडार 341.6 बिलियन डॉलर रहा।
  • जबकि वित्त वर्ष 2015-16 में विदेशी मुद्रा भंडार (जनवरी 2016 के अंत की स्थिति के अनुसार) 349.6 बिलियन डॉलर के स्तर पर रहा, जो फरवरी, 2016 में 351.5 बिलियन डॉलर के स्तर पर पहुंच गया है।
  • आर्थिक समीक्षा 2015-16 के अनुसार, कृषि में बागवानी उत्पादन की प्रतिशत भागीदारी 33 प्रतिशत से अधिक है।
  • आर्थिक समीक्षा 2015-16 में कहा गया है कि शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक सुरक्षा, पोषण अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग के कल्याण सहित सामाजिक सेवाओं पर कुल व्यय 2014-15 (संशोधित अनुमान) के दौरान जीडीपी का 7 प्रतिशत आंका गया, जबकि यह वर्ष 2013-14 के दौरान 6.5 प्रतिशत था।
  • इसके अनुसार आसियान के साथ मुक्त व्यापार करार (FTA) के मामले में, भारत को निर्यात में 33 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि एवं आयात में 79 प्रतिशत वृद्धि के साथ व्यापार प्रवाह के दोनों ओर से लाभ हासिल हुआ।
  • आर्थिक समीक्षा 2015-16 के मुताबिक वर्ष 2015-16 में इसके सकल मूल्यवर्धन की वृद्धि में सेवा क्षेत्र का योगदान 66.1 प्रतिशत रहा।
  • इसके अनुसार, भारत ने दुग्ध उत्पादन में 6.26 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की जबकि विश्व में दुग्ध उत्पादन 3.1 प्रतिशत की दर से बढ़ा।
  • भारत में दुग्ध की प्रति व्यक्ति उपलब्धता वर्ष 1990-91 के 176 ग्राम से बढ़कर 2014-15 में 322 ग्राम प्रतिदिन हुई।
  • विश्व के कुल दुग्ध उत्पादन में 18.5 प्रतिशत योगदान के साथ भारत दुग्ध उत्पादन में पहले पायदान पर है।
  • वर्ष 2013-14 के दौरान 137.69 मिलियन टन के मुकाबले 2014-15 के दौरान दूध का वार्षिक उत्पादन 146.3 मिलियन टन रहा।
  • खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) के अनुसार, विश्व में दुग्ध उत्पादन वर्ष 2013 में 765 मिलियन टन के मुकाबले वर्ष 2014 में यह 789 मिलियन टन पहुंच गया।
  • अप्रैल-जनवरी, 2015-16 में व्यापार घाटा घटकर 106.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर हुआ जो वर्ष 2014-15 की इसी अवधि के दौरान 119.6 मिलियन अमेरिकी डॉलर था।
  • चालू लेखा घाटा (CAD) सीमा अप्रैल-सितंबर, 2015-16 के दौरान जीडीपी का 1.4 प्रतिशत है।

संबंधित लिंक भी देखें…
http://indiabudget.nic.in/es2015-16/hestat1.pdf
http://indiabudget.nic.in/es2015-16/hchapter-vol2.pdf
http://indiabudget.nic.in/es2015-16/hchapter-vol1.pdf
http://pib.nic.in/newsite/hindirelease.aspx?relid=46304