आयुष मंत्रालय और यू.एस. फॉर्माकोपिएल कन्वेंशन के मध्य समझौता

Ministry of AYUSH and US Pharmacopeial Convention partner to strengthen quality of traditional medicine

प्रश्न-हाल ही में आयुष मंत्रालय और यू.एस. फॉर्माकोपिएल कन्वेंशन ने किस हेतु समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए?
(a) अनुसंधान हेतु वित्तीय सहायता के लिए
(b) परम्परागत औषधियों की गुणवत्ता बेहतर करने के लिए
(c) आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए
(d) अनुसंधान हेतु तकनीकी सहायता के लिए
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य

  • 24 अगस्त, 2016 को आयुष मंत्रालय अधीनस्थ भारतीय औषधि एवं होम्योपैथी के औषधकोष आयोग (PCIM&H) और यू.एस. फार्माकोपिएल कन्वेंशन के मध्य परम्परागत औषधियों की गुणवत्ता बेहतर करने के लिए समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किये।
  • इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य निम्नलिखित है-
    I. परंपरागत दवाइयों और वनस्पति पूरक आहार की गुणवत्ता और सुरक्षा को बढ़ावा देना।
    II. वैश्विक स्तर पर मिलकर जन-स्वास्थ्य में बेहतरी लाना।
    III. परंपरागत औषधि/जड़ी-बूटी और वनस्पति पूरक आहार उत्पादों की गुणवत्ता को लेकर जागरूकता बढ़ाना।
    iv. परंपरागत दवाइयों और वनस्पति आहार की उपलब्धता को बढ़ाकर जरूरतमंद लोगों तक इसकी पहुंच बनाना।
  • इस समझौता ज्ञापन पर भारतीय औषधि एवं होम्योपैथी के औषधकोश आयोग के निदेशक डॉ. राजीव कुमार शर्मा और यू.एस. फॉर्माकोपिएल कन्वेंशन के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट डॉ. के.वी. सुरेंद्रनाथ ने हस्ताक्षर किए।
  • उल्लेखनीय है कि भारतीय औषधि एवं होम्योपैथी का औषधकोश आयोग आयुष मंत्रालय के अधीन स्वायत्त संस्था है जिसका मुख्य कार्य आयुर्वेद, सिद्ध, यूनानी और होम्योपैथी के अंतर्गत इस्तेमाल होने वाली दवाइयों के लिए औषधकोष मापदंडों को विकसित करना है।
  • यू.एस. फार्माकोपिएल कन्वेंशन (USP) एक वैश्विक स्वास्थ्य संगठन है, जो कि जन मापदंडों द्वारा जीवन को बेहतर बनाने का काम करता है और यह इस तरह का कार्यक्रम चलाता है जिससे कि दवाइयों और खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता, सुरक्षा और फायदा सुनिश्चित हो सके।

संबंधित लिंक भी देखें…
http://pib.nic.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=149197