प्रश्न-10 मई, 2016 को वैश्विक संगठन ‘अर्न्स्ट एंड यंग’ द्वारा जारी ‘अक्षय ऊर्जा देश आकर्षण सूचकांक, 2016’ रिपोर्ट में भारत का कौन-सा स्थान है?
(a) तीसरा (b) दूसरा
(c) चौथा (d) पांचवा
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य
- 10 मई, 2016 को वैश्विक संगठन ‘अर्न्स्ट एंड यंग’ (ERNST AND YOUNG) ने ‘अक्षय ऊर्जा देश आकर्षण सूचकांक, 2016’ (RENEWABLE ENERGY COUNTRY ATTRACTIVENESS INDEX, 2016) रिपोर्ट जारी किया।
- रिपोर्ट में ऊर्जा बाजार प्रौद्योगिकी आदि विशिष्ट संकेतकों के आधार पर 40 देशों को उनके अक्षय ऊर्जा निवेश आकर्षण एवं नियोजन अवसर पर शामिल किया गया है।
- सूचकांक में शामिल 40 देशों में आधे 4 अफ्रीकी बाजारों समेत उभरते बाजार हैं।
- सूचकांक में भारत को तीसरा स्थान प्राप्त है जबकि पहले एवं दूसरे स्थान पर क्रमशः सं.रा. अमेरिका तथा चीन हैं।
- सूचकांक में चिली, ब्राजील एवं मैक्सिको, की रैंकिंग में सुधार हुआ है जो क्रमशः चौथे, छठे एवं सातवें स्थान पर हैं।
- फ्रांस एवं जर्मनी की रैंकिंग में गिरावट हुई जो क्रमशः पांचवें एवं आठवें स्थान पर हैं।
- उल्लेखनीय है कि सूचकांक में भारत का उच्च स्थान का कारण अक्षय ऊर्जा पर सरकार द्वारा अत्यधिक बल दिया जाना और अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं का समय पर क्रियान्वयन है।
- अर्जेंटीना सर्वाधिक स्कोर अर्जित करने वाला नव-प्रवेशी देश है जिसने अपनी अर्थव्यवस्था में परिवर्तन कर एवं अतिमहत्त्वाकांक्षी अक्षय ऊर्जा कार्यक्रम का शुभारंभ कर 18वां स्थान प्राप्त किया।
- आर्थिक मंदी के बावजूद ब्राजील अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में आश्चर्यजनक लचीलापन प्रदर्शित कर रहा है एवं अविकसित सौर क्षेत्र संभाव्य लाभदायक क्षेत्र बना है।
- मैक्सिको में हाल ही में बिजली की नीलामी ने एक नए उदारीकृत ऊर्जा बाजार के तहत अरबों डॉलरों के अवसरों के दरवाजे खोल दिए हैं।
- रिपोर्ट के अनुसार चिली आर्थिक रूप से व्यवहार्य अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं को अन्य सभी ऊर्जा स्रातों के साथ प्रतिस्पर्धा हेतु सक्षम बनाने वाले पहले देशों में से एक है।
संबंधित लिंक भी देखें…
http://www.ey.com/GL/en/Industries/Power—Utilities/EY-renewable-energy-country-attractiveness-index-our-index
http://www.ey.com/GL/en/Industries/Power—Utilities/EY-renewable-energy-country-attractiveness-index-latest-issue
http://www.ey.com/Publication/vwLUAssets/EY-RECAI-47-May-2016/$FILE/EY-RECAI-47-May-2016.pdf