प्रश्न-आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन (OECD) ने भारत के वृद्धि के पूर्वानुमान को 2019 में 7.2 प्रतिशत से घटाकर कर दिया है-
(a) 5.9 प्रतिशत
(b) 6.3 प्रतिशत
(c) 5.5 प्रतिशत
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य
(a) 5.9 प्रतिशत
(b) 6.3 प्रतिशत
(c) 5.5 प्रतिशत
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य
- सितंबर, 2019 में पेरिस स्थित संस्था ‘आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन’ (OECD) ने भारत के वृद्धि पूर्वानुमान को 2019 में 7.2 प्रतिशत से घटाकर 5.9 प्रतिशत कर दिया है।
- वर्ष 2018 में भारत की वृद्धि दर 6.8 प्रतिशत थी।
- जबकि वर्ष 2020 में इसके 6.3 प्रतिशत रहने का पूर्वानुमान है।
- वैश्विक परिदृश्य
- OECD के अनुसार, अमेरिका-चीन ट्रेड वार का वैश्विक अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर पड़ रहा है।
- जिस कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था की वृद्धि घटकर एक दशक के निचले स्तर पर आ गई है।
- यदि सरकारें वृद्धि में सुस्ती से निपटने के उपायों पर ही उलझी रहीं, तो इसका दायरा व समय बढ़ सकता है।
- वैश्विक अर्थव्यवस्था के वर्ष 2018 के 3.6 प्रतिशत की तुलना में 2019 में 2.9 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
- यह वर्ष 2008-09 की आर्थिक मंदी के बाद सबसे निचला स्तर है।
- वर्ष 2020 में वैश्विक वृद्धि का पूर्वानुमान 3 प्रतिशत व्यक्त किया गया है।
- इससे पहले मई में OECD ने 2019 और 2020 में वैश्विक वृद्धि के क्रमशः 3.3 प्रतिशत और 3.4 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया था।
- वैश्विक अर्थव्यवस्था की सुस्त रफ्तार का कारण व्यापार की वृद्धि दर है, जो 2017 में 5 प्रतिशत थी और अब शून्य से नीचे चली गई है।
- एक अन्य कारण निवेश दर भी है जो दो वर्ष पहले के 4 प्रतिशत की तुलना में घटकर केवल एक प्रतिशत रह गई है।
- चीन की वृद्धि दर वर्ष 2019 में 6.1 प्रतिशत और 2020 में 5.7 प्रतिशत रहना अनुमानित है।
- जो पहले क्रमशः 6.2 प्रतिशत एवं 6 प्रतिशत रहना पूर्वानुमानित थी।
लेखक-पंकज पाण्डेय
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