ISL शब्दकोश के दूसरे संस्करण का शुभारंभ

प्रश्न-भारतीय सांकेतिक भाषा (ISL) शब्दकोश के विषय में निम्न कथनों पर विचार कीजिए-
i. इस शब्दकोश का निर्माण ‘ISLRTC’ ने किया था।
ii. इसके दो संस्करणों का शुभारंभ किया जा चुका है।
iii. यह दृष्टि बाधित दिव्यांगजनों के लिए है।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से सत्य है/हैं।
(a) i और iii
(b) i और ii
(c) ii और iii
(d) उपर्युक्त सभी
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य

  • 27 फरवरी, 2019 को केन्द्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री थावरचंद गेहलोत द्वारा श्रवण बाधित व्यक्तियों के लिए ‘‘भारतीय सांकेतिक भाषा (ISL) शब्दकोश के दूसरे संस्करण का शुभारंभ किया गया।
  • ISL शब्दकोष को ‘‘भारतीय सांकेतिक भाषा अनुसंधान और प्रशिक्षण केंद्र ISLRTC द्वारा तैयार किया गया था।
  • इस शब्दकोष में शैक्षणिक, कानूनी, चिकित्सा, तकनीकी से संबंधित 6000 शब्द शामिल हैं।
  • ध्यातव्य हो कि इस शब्दकोश का पहला संस्करण 3000 शब्द के साथ 23 मार्च 2018 को शुभारंभ किया गया था।
  • भारतीय सांकेतिक भाषा अनुसंधान और प्रशिक्षण केंद्र (ISLRTC), सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्रालय के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के अंतर्गत कार्य करता है।
  • वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार भारत में 50.71 लाख श्रवण बाधित व्यक्ति हैं जिनमें से अधिकांश संचार के लिए ISL का उपयोग करते हैं।
  • श्रवण बाधित व्यक्ति इस शब्दकोश से लाभान्वित होंगे और ISL शिक्षकों, ISL शिक्षार्थियों, श्रवण बाधित शिक्षकों, व्याख्याताओं, श्रवण बाधित बच्चों के माता-पिता शोधकर्ताओं के लिए यह एक संसाधन के रूप में कार्य करेगा।

संबंधित लिंक भी देखें…
http://pib.nic.in/PressReleseDetail.aspx?PRID=1566497