स्टेट ऑफ वर्ल्ड पॉपुलेशन‚ 2022 रिपोर्ट

प्रश्न-30 मार्च‚ 2022 को संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (UNFPA) द्वारा ‘स्टेट ऑफ वर्ल्ड पॉपुलेशन‚ 2022 नामक रिपोर्ट‚ जारी की गई। इससे संबंधित निम्न कथनों पर विचार कीजिए-
(i) यह रिपोर्ट वर्ष 1978 से प्रकाशित हो रही है।
(ii) इसके अनुसार‚ प्रतिवर्ष सभी गर्भधारण में से लगभग आधे अनचाहे होते हैं।
(iii) इसके अनुसार‚ वर्ष 2015 से 2019 के बीच प्रतिवर्ष लगभग 121 मिलियन गर्भधारण अनचाहे थे।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
(a) केवल (i) एवं (ii)
(b) केवल (ii) एवं (iii)
(c) केवल (i) एवं (iii)
(d) उपर्युक्त सभी
उत्तर—(d)
संबंधित तथ्य

  • 30 मार्च‚ 2022 को संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (UNFPA) द्वारा ‘स्टेट ऑफ वर्ल्ड पॉपुलेशन 2022 ‘नामक रिपोर्ट जारी की।
  • रिपोर्ट के ‘Seeing the unseen: The Case for action in the neglected crisis of unintended pregnancy’ नामक अध्याय में चेतावनी दी गई है कि इस मानवाधिकार संकट के समाजों‚ महिलाओं और लड़कियों व वैश्विक स्वास्थ्य के लिए गंभीर परिणाम होते हैं।
  • इसके अनुसार प्रतिवर्ष सभी गर्भधारण में से लगभग आधे अनचाहे (Unintended) होते हैं।
  • वर्ष 2015 से 2019 के बीच प्रतिवर्ष लगभग 121 मिलियन (331000 प्रतिदिन) गर्भधारण अनचाहे थे।
  • इसके अनुसार‚ 60 प्रतिशत से अधिक अनचाहे गर्भधारण का परिणाम गर्भपात के रूप में सामने आता है।
  • इनमें से अनुमानित 45 प्रतिशत गर्भपात असुरक्षित होते हैं।
  • जिससे 5 से 13 प्रतिशत माताओं की मृत्यु हो जाती है।
  • इसके अनुसार वर्ष 1990 से 2019 के बीच अनचाहे गर्भधारण की दर में प्रत्येक 1,000 महिलाओं पर 79 से 64 तक गिरावट आई है।
  • विकासशील देशों में असुरक्षित गर्भपात के लिए अकेले इलाज की लागत में प्रतिवर्ष अनुमानित 553 मिलियन डॉलर खर्च होते हैं।
  • विश्व भर में अनुमानित 257 मिलियन महिलाएं जो गर्भवती नहीं होना चाहती‚ वे गर्भनिरोधक के सुरक्षित तथा आधुनिक तरीकों का उपयोग नहीं कर रही हैं।
  • इसके अनुसार‚ कुल महिलाओं में से लगभग एक चौथाई यानि 25 प्रतिशत महिलाएं यौन की मांग के लिए इनकार करने में स्वयं को सक्षमत नहीं पाती हैं।
  • गौरतलब है कि अनचाहे गर्भधारण के लिए अनेक अन्य कारण भी जिम्मेदार होते हैं‚ जो इस प्रकार हैं-

(i) यौन व प्रजनन स्वास्थ्य देखभाल के बारे में जानकारी व जागरूकता का अभाव
(ii) महिलाओं के लिए अनुपयुक्त गर्भनिरोधक साधनों का अभाव
(iii) महिलाओं को अपने स्वयं के शरीर पर नियंत्रण के मामलों में हानिकरक रीतियां‚ यौन हिंसा‚ व प्रजनन प्रताड़ना आदि।

  • ज्ञातव्य है कि इस रिपोर्ट का प्रकाशन वर्ष 1978 से किया जा रहा है।

लेखक- विवेक कुमार त्रिपाठी

संबंधित लिंक भी देखें…

https://www.unfpa.org/swp2022