सीरिया पर रूसी बमबारी

Russian bombing on Syria

प्रश्न-सीरिया में ISIS के ठिकानों पर किस देश ने सितंबर 2015 में हमला शुरू किया-
(a) सं.रा. अमेरिका
(b) सोवियत गणराज्य
(c) फ्रांस
(d) जर्मनी
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य

  • सीरिया पश्चिम एशियाई देश है जो उत्तर में तुर्की, पूर्व में इराक, दक्षिण में जार्डन, दक्षिण पश्चिम में इस्राइल एवं लेबनान तथा पश्चिम में भूमध्य सागर से घिरा हुआ है।
  • यहां 2011 से राष्ट्रपति बशर अल-असद के अधिनायकवादी शासन के खिलाफ भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, मंहगाई, अभिव्यक्ति की आजादी, कुर्दों का दमन आदि मुद्दों को लेकर व्यापक जनविद्रोह (सशस्त्र) चल रहा है।
  • सीरिया का मुद्दा आंतरिक न रहकर अंतर्राष्ट्रीय शक्तियों का क्रीडास्थल बन गया है। रूस, ईरान, इराक, लेबनान, जैसे देश असद को सत्ता में बने रहने हेतु वित्तीय, सैन्य एवं कूटनीतिक सहयोग प्रदान कर रहे हैं।
  • दूसरी ओर सं.रा. अमेरिका, ब्रिटेन, तुर्की, सउदी अरब, कुबैत आदि बशर को व्यापक नरसंहार का दोषी मानते हुए इसके अपदस्थीकरण हेतु विद्रोहियों को सहयोग प्रदान कर रहे हैं।
  • ज्ञातव्य है कि अगस्त 2013 में विद्रोहियों पर रासायनिक हमले (सरीन गैस) के आरोप में विश्व समुदाय ने असद की कड़ी निंदा की थी।
  • हाल के वर्षों में सीरिया में ISIS के बढ़ते प्रभाव को गंभीर वैश्विक समस्या के रूप में देखा जा रहा है।
  • सीरिया में मानवता की रक्षा एवं स्थिति पर नियंत्रण हेतु रूस ने विद्रोहियों के ठिकानों पर सितंबर के अंत में हवाई हमला शुरू किया।
  • सीरिया में विद्रोहियों के ठिकाने पर हवाई हमले हेतु रूस द्वारा सीरिया के प्रमुख बंदरगाह शहर लटाकिया में अस्थायी एयरबेस बनाया गया है जबकि मिशाइल हमले हेतु कैस्पियन सागर स्थित युद्धपोत का प्रयोग किया जा रहा है।
    विरोध का बिन्दु-
  • सं.रा. अमेरिका सहित असद विरोधी खेमे के देश रूसी हमले की निंदा कर रहे हैं। उनका कहना है कि रूस ISIS के बजाय सीरिया विद्रोहियों पर हमला कर रहा है जो लोकतंत्र के लिए लड़ रहे हैं। यह असद को लाभ पहुंचाने वाला कदम है। इससे आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई और जटिल होगी।
    रूसी हित
  • इस हमले से रूस के अनेक अल्पकालिक एवं दीर्घकालिक हित सधते हैं-
  • बशर अल-असद की सहायता तथा सीरिया में शांति स्थापना
  • आतंकी गठबंधन को तोड़ना तथा विश्वशांति की स्थापना करना।
  • ज्ञातव्य है कि रूस को प्रभावित करने वाले चेचन्यायी आतंकवादी भी ISIS से जुड़े हैं।
  • पश्चिम एवं मध्य एशिया में रूसी प्रभाव की पुनर्वापसी।
    सं. रा. अमेरिका की एण्टी आई.एस. रणनीति
  • संयुक्त राज्य ने ISIS से लड़ने हेतु चार सूत्रीय रणनीति बनाई है-
  • ISIS जहां कहीं भी हो (सीरिया सहित) पर चरणबद्ध हवाई अभियान।
  • उन संगठनों को (संसद को छोड़कर) जो ISIS से लड़ रहे हैं, मदद पहुंचाना।
  • ISIS की वित्त आपूर्ति श्रृंखला को तोड़ना।
  • प्रभावित नागरिकों को मानवीय सहायता। की उपलब्धता सुनिश्चित करना।

संबंधित लिंक भी देखें…
http://edition.cnn.com/2015/09/30/politics/russia-syria-airstrikes-isis/
http://www.bbc.com/news/world-middle-east-34387433
http://www.nytimes.com/2015/10/16/world/middleeast/syrian-forces-and-russian-jets-attack-rebel-held-towns.html?_r=0
http://www.cfr.org/global/global-conflict-tracker/p32137#!/?marker=6