प्रश्न-निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
I. सितंबर, 2018 तक केंद्र सरकार का कुल ऋण 8203253 करोड़ रुपये था।
II. जून, 2014 तक केंद्र सरकार का कुल ऋण 5490763 करोड़ रुपये था।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
(a) केवल I
(b) केवल II
(c) I एवं II दोनों
(d) न तो I, न ही II
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य
- 18 जनवरी, 2019 को केंद्र सरकार द्वारा सरकारी ऋण पर स्थिति पत्र का 8वां संस्करण जारी किया गया।
- केंद्र सरकार द्वारा 2010-11 से सरकारी ऋण पर वार्षिक स्थिति पत्र जारी किया जा रहा है।
- सरकारी ऋण पर 8वें स्थिति पत्र के अनुसार सितंबर, 2018 में केंद्र सरकार का कुल ऋण 8203253 करोड़ रुपये था।
- जून, 2014 तक केंद्र सरकार का कुल ऋण 5490763 करोड़ रुपये था।
- केंद्र सरकार के बढ़े हुए ऋण का कारण सार्वजनिक ऋण में 51.7% की वृद्धि है जो विगत साढ़े चार वर्षों में 48 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 73 लाख करोड़ हो गई।
- सार्वजनिक ऋण में वृद्धि का कारण आंतरिक ऋण में 54% की वृद्धि है जो लगभग 68 लाख करोड़ रुपए है।
- विगत साढ़े चार वर्षों में बाजार ऋण 47.5% बढ़कर लगभग 52 लाख करोड़ रुपये हो गया।
- सितंबर, 2018 में स्वर्ण मौद्रीकरण योजना समेत स्वर्ण बॉडों से अर्जित ऋण 9089 करोड़ रुपए था, जोकि जून, 2014 में शून्य था।
- नवंबर, 2018 तक प्रथम 8 माह में राजकोषीय घाटा 7.17 लाख करोड़ रुपये था जोकि पूर्ण वर्ष के लक्ष्य 6.24 लाख करोड़ रु. का 114.8% है।
- स्थिति पत्र में वर्ष 2018-21 के लिए केंद्र सरकार की ऋण प्रबंधन रणनीति को भी शामिल किया गया है जो सरकार की उधार योजनाओं का मार्गदर्शन करेगी।
लेखक-नीरज ओझा
संबंधित लिंक भी देखें…
http://pib.nic.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=187600
https://dea.gov.in/sites/default/files/StatusPaperGovtDebtSeptember2016.pdf
https://psuwatch.com/under-pm-modi-national-debt-increases-by-50-to-rs-82-lakh-crore-finmin-data-2/