वैश्विक फॉस्फोरस प्रदूषण

प्रश्न-हाल ही में जारी की गई एक नई जल संसाधन अनुसंधान रिपोर्ट के अनुसार मानव गतिविधि से वैश्विक फॉस्फोरस प्रदूषण में भारत का कौन-सा स्थान है?
(a) दूसरा
(b) तीसरा
(c) चौथा
(d) पांचवां
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य

  • 25 जनवरी, 2018 को अमेरिका के नेबास्का विश्वविद्यालय में मेसफिन मेकोनेन के द्वारा एक जल संसाधन अनुसंधान संपादित हुआ।
  • अनुसंधान के अनुसार विश्व के ताजे पानी के निकाय फॉस्फोरस से चोक (Choked) हो गए हैं।
  • इसमें मानवीय गतिविधियों का योगदान है।
  • भारत का वैश्विक फॉस्फोरस प्रदूषण में दूसरा स्थान है।
  • अनुसंधान रिपोर्ट बताता है कि विश्व में ताजे पानी के निकायों में फॉस्फोरस का स्तर बढ़ रहा है।
  • जो पारिस्थितिकी तंत्र के लिए एक गंभीर खतरा पैदा कर सकता है।
  • मानवीय गतिविधियों के कारण, एक वर्ष में लगभग 1.5 टेराग्राम फॉस्फोरस ताजे पानी के निकायों में फेंका जाता है।
  • एक टेराग्राम एक बिलियन किलोग्राम के बराबर होता है।
  • कुल वैश्विक मानवजनित (मानवीय गतिविधियों के कारण) फॉस्फोरस प्रदूषण में चीन (30%) का सर्वाधिक योगदान है।
  • इसके बाद क्रमशः भारत (8%) अमेरिका (7%) और स्पेन व ब्राजील (प्रत्येक 6%) का स्थान है।
  • अनुसंधान के तहत पहला विश्लेषण बिंदु स्रोतों से फैलने वाले प्रदूषण (Pollution From Point Sources) से किया गया।
  • अर्थात, सीवेज पाइप जैसे एक ही पहचाने जाने योग्य स्रोत से प्रदूषण।
  • ध्यातव्य है कि बिंदु स्रोतों से 0.97 टेराग्राम फॉस्फोरस प्रत्येक वर्ष ताजे पानी के निकायों में फेंका जाता है।
  • इस संदर्भ में शीर्ष 3 योगदानकर्ता देश क्रमशः चीन, अमेरिका एवं भारत हैं।
  • प्रदूषण के अन्य आधे हिस्से में गैर-बिंदु स्रोतों जैसे कटाव (Erosion), रन-ऑफ और लीचिंग (Leaching) का योगदान है।
  • घरेलू क्षेत्र फॉस्फोरस का सबसे ब़डा योगदानकर्ता (54%) था।
  • इसके बाद कृषि (38%) एवं उद्योग (8%) का योगदान रहा।
  • ध्यातव्य है कि अध्ययनावधि (2002 से 2010) के दौरान कृषि क्षेत्र से ‘फॉस्फोरस लोड’ 27 प्रतिशत बढ़ गया।
  • यह वृद्धि खनिज उर्वरकों और खाद (Manure) के व्यापक उद्योग के कारण हुई।
  • अनोजोत्पादक खेतों ने ‘फॉस्फोरस रन-ऑफ’ (फॉस्फोरस विस्तार) में सर्वाधिक योगदान किया।
  • ग्रे-वॉटर फुटप्रिंट में प्रदूषक को कम करने के लिए ताजे पानी की आवश्यकता होती है।
  • इसके द्वारा भी पता लगाया जा सकता है कि जल निकाय प्रदूषण को संभाल (Handle) सकता है या नहीं।
  • अध्ययनावधि के दौरान वैश्विक ‘ग्रे-वॉटर फुटप्रिंट’ में लगभग 15% की वृद्धि हुई है।
  • शोध में दुनियाभर के 20 नदी घाटियों (River basins) में फॉस्फोरस स्तर का मूल्यांकन किया गया।
  • प्रदूषित नदी घाटियों की सूची में ‘गंगा बेसिन’ चौथे स्थान पर है।
  • जबकि चीन की ह्वांग ही (Huang He) नदी घाटी पहले एवं सिंधु नदी घाटी दूसरे स्थान पर है।
  • अतः उपरोक्त शोध परिणामों से स्पष्ट है कि वैश्विक स्तर पर ‘ग्रे-वॉटर फुट प्रिंट’ में कमी का लक्ष्य निर्धारित करने और खेती में फॉस्फोरस के अनुप्रयोग को कम करना आवश्यक हो गया है।

संबंधित लिंक
https://news.agu.org/press-release/phosphorus-pollution-reaching-dangerous-levels-worldwide-new-study-finds/
http://www.thehindu.com/sci-tech/energy-and-environment/worlds-freshwater-bodies-choked-with-phosphorus/article22716024.ece