प्रश्न-वर्ष 1960 में CPSE (केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रम) बनने के बाद GRSE ने वर्ष 1961 में भारत का पहला देशी युद्धपोत का निर्माण किया था।
(a) INS अजय
(b) INS विजय
(c) INS अभय
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य
(a) INS अजय
(b) INS विजय
(c) INS अभय
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य
- वर्ष 2016 में CPSE (केंद्रीय सार्वजनिक GRSE उपक्रम) बनने के बाद GRSE ने वर्ष 1961 में भारत में पहला देशी युद्धपोत ‘INS अजय’ का निर्माण किया था।
- ध्यातव्य है कि 12 दिसंबर, 2019 को GRSE (गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स) ने भारतीय नौसेना को लैंडिंग क्राफ्ट यूटिलिटी (LCU) एम्फीबियस शिप का हस्तांतरण किए जाने की घोषणा की।
- GRSE द्वारा भारतीय नौसेना के लिए निर्मित किए जा रहे प्रकार के 8 जहजों के क्रम में यह 7वां है।
- विशेषताः-
- एम्फीबियस शिप जहाज से तट तक मुख्य युद्धक टैंक, बखतरबंद वाहन, पलटन (Troops) और सैन्य उपस्कार को पहुंचा और तैनात कर सकता है।
- जीआरएसई द्वारा नौसेना के लिए बनाए जा रहे ऐसे आठ जहाजों (Ships) में यह सातवां है।
- इन जहाजों को समुद्र तट संचालन (Beaching Operation) खोज व बचाव, आपदा राहत कार्यों सहित आपूर्ति-पुनः पूर्ति तथा दूर द्वीपों से निकासी जैसे बहु-भूमिका गतिविधियों के लिए भी तैनात किया जा सकता है।
- 830 टन वजनी शिप 15 नॉटस की अधिकतम गति प्राप्त करने की क्षमता के साथ 216 कर्मियों को समायोजित कर सकता है और लैंडिंग ऑपरेशन के दौरान आर्टिलरी फायर सपोर्ट प्रदान करने के लिए दो स्वदेशी CRN 91 बंदूकों से लैस है।
संबंधित लिंक भी देखें…
https://www.deccanherald.com/national/grse-hands-over-lcu-amphibious-ship-to-indian-navy-784996.html