राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार-2015

National Bravery Awards -2015

प्रश्न-वर्ष 2015 का संजय चोपड़ा पुरस्कार किसे प्रदान किया गया है?
(a) शिवमपेट रुचिता
(b) अर्जुन सिंह
(c) गौरव वकडूजी सहस्त्रबुद्धि
(d) अरोमल एस. एम.
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य

  • 18 जनवरी, 2016 को रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार 25 बहादुर बच्चों का चयन राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार-2015 के लिये किया गया है।
  • पुरस्कार विजेताओं में 3 लड़कियों तथा 22 लड़के सम्मिलित हैं जिनमें से दो बच्चों को यह पुरस्कार मरणोपरांत प्रदान किया जाएगा।
  • इस बार प्रतिष्ठित भारत पुरस्कार महाराष्ट्र के 15 वर्षीय स्वर्गीय मास्टर गौरव कवडूजी सहस्त्रबुद्धि को प्रदान किया जायेगा, जिसने अपने चार मित्रों को बचाने के प्रयास में अपना जीवन बलिदान कर दिया।
  • गीता चोपड़ा पुरस्कार तेलंगाना की 8 वर्षीय कुमारी शिवमपेट रूचिता को प्रदान किया जाएगा, इन्होंने अपनी स्कूल बस की एक ट्रेन से टक्कर होने के बाद दो बहुमूल्य जान बचाते हुए अदम्य साहस का परिचय दिया।
  • संजय चोपड़ा पुरस्कार उत्तराखंड के 16 वर्षीय मास्टर अर्जुन सिंह को प्रदान किया जायेगा, इन्होंने अपनी मां के जीवन को एक चीते से बचाते हुए अदम्य साहस का परिचय दिया।
  • इस वर्ष का बापू गैधानी पुरस्कार मिजोरम के 15 वर्षीय मास्टर रामदीन थारा, गुजरात के 13 वर्षीय मास्टर राकेश भाई शानाभाई पटेल और केरल के 12 वर्षीय मास्टर अरोमल एस.एम. को प्रदान किया जाएगा।
  • मास्टर रामदीनथारा ने बिजली से दो व्यक्तियों तथा मास्टर राकेशभाई ने एक गहरे कुएं में गिर गए एक लड़के की जान बचाई जबकि मास्टर अरोमल ने दो महिलाओं को डूबने से बचाया।
  • पुरस्कार प्राप्त करने वाले अन्य विजेताओं में काशिश धनानी (गुजरात), मॉरिस येंगखोम और चोंगथेम कुबेर मेइती (मणिपुर), कुमारी एंजिलिका तेंनसोंन (मेघालय), सांईकृष्ण, अखिल कायेलंबी (तेलंगाना), कुमारी जोयना चक्रवर्ती और सर्वानंद साहा (छत्तीसगढ़)।
  • दिशांत मेहंदीरत्ता (हरियाणा), बीधोवन, नितिन फिलिप मैथ्यू, अभिजीत के.वी., अनन्दू दलिफ और शमनाद (केरल), मोहित दलवी, निलेश रिवाराम मिल, वैभव रमेश घनगरे (महाराष्ट्र), अभिनाष मिश्र (ओडिशा), थीमसेन उर्फ सोनू और स्वर्गीय शिवांश सिंह (उत्तर प्रदेश) सम्मिलित हैं।
  • इन वीर बच्चों का चयन विभिन्न मंत्रालयों/विभागों/गैर-सरकारी संगठनों के साथ-साथ भारतीय बाल कल्याण परिषद के प्रतिनिधियों की उच्च क्षमता प्राप्त समिति के द्वारा किया गया।
  • इन सभी बच्चों को गणतंत्र दिवस से पूर्व 24 जनवरी, 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पुरस्कृत करेंगे।
  • राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और अन्य गणमान्य व्यक्ति इनके सम्मान में एक प्रीतिभोज का आयोजन करेंगे।
  • ध्यातव्य है कि राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार योजना का शुभारंभ भारतीय बाल कल्याण परिषद के द्वारा बहादुर बच्चों के वीरतापूर्ण कार्यों को प्रोत्साहन देने और अन्य बच्चों को ऐसे अदम्य साहस के कार्य करने के लिए प्रेरित करने हेतु किया गया था।
  • सर्वप्रथम वर्ष 1957 में दो बच्चों को वीरता के लिए पुरस्कृत किया गया। उसके पश्चात भारतीय बाल कल्याण परिषद ने इसे प्रतिवर्ष प्रदान करने का निर्णय लिया।
  • वर्ष 1987-88 में परिषद ने विशेषकर असाधारण सराहनीय और बहादुरी के कार्य के लिए भारत पुरस्कार प्रारंभ किया।
  • वर्ष 1978 में गीता चोपड़ा और संजय चोपड़ा पुरस्कार तथा बापू गैधानी पुरस्कार वर्ष 1988-89 में परिषद द्वारा प्रारंभ किया गया।
  • भारत पुरस्कार के तहत 50 हजार रुपये, गीता चोपड़ा तथा संजय चोपड़ा पुरस्कार के तहत 40 हजार रुपये, बापू गैधानी पुरस्कार के तहत 24 हजार रुपये तथा अन्य वीरता पुरस्कार विजेताओं को 20-20 हजार रुपये, प्रशस्ति पत्र तथा पुरस्कार पदक प्रदान किया जाता है।
  • वर्ष 1957 से अब तक 920 बच्चों को इन पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। जिनमें 656 लड़के तथा 264 लड़कियां सम्मिलित हैं।

संबंधित लिंक भी देखें…
http://pib.nic.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=134569