राजकोषीय घाटा संबंधी फिच का अनुमान

India FY2019 fiscal deficit to come in at 3.5% of GDP

प्रश्न-हाल ही में फिच समूह की इकाई बीएमआई रिसर्च ने वित्तीय वर्ष 2018-19 में भारत का राजकोषीय घाटा कितने प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया है?
(a) 3.5 प्रतिशत
(b) 3.3 प्रतिशत
(c) 3.0 प्रतिशत
(d) 3.5 प्रतिशत
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य

  • 6 फरवरी, 2018 को फिच समूह की इकाई ‘बीएमआई रिसर्च’ द्वारा भारत का राजकोषीय घाटा संबंधी अनुमान जारी किया गया।
  • इसके अनुसार वित्तीय वर्ष 2018-19 में भारत का राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद का 3.5 प्रतिशत होना अपेक्षित है।
  • ध्यातव्य है कि पूर्व में फिच द्वारा राजकोषीय घाटा, सकल घरेलू उत्पाद का 3.3 प्रतिशत रहने का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया था।
  • अनुमान में हालिया संशोधन की वजह से नीति निर्माताओं द्वारा आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए राजकोषीय समेकन (Fiscal Consolidation) की गति को कम करना है।
  • ध्यातव्य है कि सरकार 7.5 प्रतिशत विकास लक्ष्य हासिल करना चाहती है।
  • सरकार ने 1 फरवरी, 2018 को वित्तीय वर्ष 2018-19 (अप्रैल-मार्च) का बजट पेश किया।
  • जिसमें सरकार ने वर्ष 2025 तक देश की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था में रूपांतरित करने का लक्ष्य रखा।
  • इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए अपेक्षित विकास और रोजगार सृजन, राजकोषीय समेकन की धीमी गति पर ही संभव है।
  • ध्यातव्य है कि सरकार ने 2017-18 के 3.5 प्रतिशत के संशोधित अनुमान की तुलना में 2018-19 में राजकोषीय घाटे का लक्ष्य जीडीपी के 3.3 प्रतिशत निर्धारित किया था।
  • यद्यपि यह एफआरबीएम (राजकोषीय उत्तरदायित्व एवं बजट प्रबंधन) फ्रेमवर्क के तहत की गई सिफारिश की तुलना में धीमी गति है।
  • ‘बजट 2018-19’ के समग्र व्यय (Overall Expenditure) में पूर्व की तुलना में वृद्धि देखी गई।
  • जिसका सबसे बड़ा आवंटन परिवहन, ग्रामीण विकास, कृषि, शिक्षा और हेल्थकेयर में हुआ।
  • ध्यातव्य है कि इन क्षेत्रों में बड़ा आवंटन दीर्घकालिक विकास के मद्देनजर ही किया गया।

संबंधित लिंक
https://economictimes.indiatimes.com/news/economy/finance/india-fy2019-fiscal-deficit-to-come-in-at-3-5-of-gdp-report/articleshow/62804874.cms
http://www.thehindubusinessline.com/economy/high-govt-debt-burden-constrains-indias-rating-fitch/article22629767.ece