प्रश्न-1 मई, 2019 को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 समिति ने मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित किया। इससे संबंधित निम्न कथनों पर विचार कीजिए-
(i) मसूद अजहर पाकिस्तान स्थित ‘जैश-ए-मोहम्मद’ का प्रमुख है।
(ii) भारत ने वर्ष 2009 में सर्वप्रथम मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने संबंधी प्रस्ताव पेश किया।
(iii) संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैय्यद अकबरूद्दीन हैं।
(iv) वैश्विक आतंकवादी घोषित होने से मसूद अजहर पर वैश्विक यात्रा पर प्रतिबंध लग जाएगा।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से कथन सही हैं?
(a) केवल (ii), (iii) एवं (iv)
(b) केवल (ii) एवं (iv)
(c) केवल (i), (iii) एवं (iv)
(d) उपर्युक्त सभी
उत्तर-(d)
संबंधित तथ्य
(i) मसूद अजहर पाकिस्तान स्थित ‘जैश-ए-मोहम्मद’ का प्रमुख है।
(ii) भारत ने वर्ष 2009 में सर्वप्रथम मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने संबंधी प्रस्ताव पेश किया।
(iii) संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैय्यद अकबरूद्दीन हैं।
(iv) वैश्विक आतंकवादी घोषित होने से मसूद अजहर पर वैश्विक यात्रा पर प्रतिबंध लग जाएगा।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से कथन सही हैं?
(a) केवल (ii), (iii) एवं (iv)
(b) केवल (ii) एवं (iv)
(c) केवल (i), (iii) एवं (iv)
(d) उपर्युक्त सभी
उत्तर-(d)
संबंधित तथ्य
- 1 मई, 2019 को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की 1267 समिति ने पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन ‘जैश-ए-मोहम्मद’ के प्रमुख मसूद अजहर को ‘वैश्विक आतंकवादी’ घोषित किया।
- भारत के लिए यह एक बड़ी कूटनीतिक सफलता मानी जा रही है।
- गौरतलब है कि चीन ने उस प्रस्ताव पर से अपनी रोक हटा ली जिसे फरवरी, 2019 में फ्रांस, ब्रिटेन और अमेरिका द्वारा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 अलकायदा प्रतिबंध समिति में लाया गया था।
- उल्लेखनीय है कि 14 फरवरी, 2019 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों पर पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद द्वारा आतंकी हमला करने के कुछ ही दिनों बाद यह प्रस्ताव लाया गया था।
- विगत दस वर्षों में यह संयुक्त सुरक्षा परिषद में भारत का चौथा प्रयास था। भारत ने सर्वप्रथम वर्ष 2009 में मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने संबंधी प्रस्ताव पेश किया था।
- इसके बाद वर्ष 2016 में भारत ने इस संबंध में पी 3 देशों यानी अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस के साथ मिलकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 सदस्यीय प्रतिबंध समिति के समक्ष मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने संबंधी प्रस्ताव पेश किया था।
- इसके बाद भारत ने पी3 देशों के साथ इसी प्रकार का प्रस्ताव वर्ष 2017 में फिर से पेश किया लेकिन सभी अवसरों पर चीन ने अपने वीटों अधिकार का प्रयोग कर इसमें अड़ंगा डालता रहा।
- संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने कहा कि मसूद अजहर तमाम आतंकी गतिविधियों, उसकी साजिश, उसकी तैयारी, वित्तीय मदद, आतंकियों की भर्ती जैसे मदद के कामों में अलकायदा के साथ शामिल रहा।
- इसके अलावा, उसके संगठन जैश-ए-मोहम्मद की भी अलकायदा के साथ साझेदारी साबित हुई।
- उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने अक्टूबर, 2001 अलकायदा के साथ जैश-ए-मोहम्मद के रिश्तों के आधार पर उसे आतंकी संगठन घोषित किया था।
- वैश्विक आतंकवादी घोषित होने के बाद मसूद अजहर पर वैश्विक यात्रा पर प्रतिबंध लग जाएगा।
- साथ ही उसकी संपत्ति जब्त हो जाएगी।
लेखक-विवेक कुमार
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