भारत का पहला व्यावसायिक अंतर्जलीय ड्रोन

India’s first underwater robotic drone handed over to NPOL

प्रश्न-कोच्चि स्थित आईरोव टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा विकसित आईरोव ट्यूना क्या है?
(a)  एक आर्टिलरी गन
(b) हवाई ड्रोन
(c)  अंतर्जलीय ड्रोन
(d) एक लड़ाकू विमान
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य

  • 14 सितंबर, 2018 को कोच्चि में आयोजित एक औपचारिक समारोह में आईरोव टेक्नोलॉजीज (IROV Technologies) नामक एक प्रौद्योगिकी कंपनी ने आईरोव ट्यूना (EyeRov Tuna) को एनपीओएल Oceanognaphic Laboratory) (NPOL : Naval Physical) को सौंप दिया।
  • उल्लेखनीय है कि आईरोव ट्यूना भारत का पहला व्यावसायिक अंतर्जलीय ड्रोन है।
  • इस सुदूर संचालनीय वाहन (ROV: Remotely Operated Vechicle) का विकास आईरोव टेक्नोलॉजीज द्वारा किया गया है।
  • केरल स्टार्ट-अप मिशन (KSUM: Kerala  Startup Mission) ने भी इस ड्रोन के विकास में सहयोग दिया है।
  • यह ड्रोन जलमग्न वस्तुओं का निरीक्षण एवं सर्वेक्षण करने में समर्थ है।
  • यह 100 मीटर की गहराई तक जाकर सर्वेक्षण करने में समर्थ है।
  • इसे लैपटॉप या जॉयस्टिक के प्रयोग द्वारा आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है।
  • इस अंतर्जलीय ड्रोन में एक कैमरा संलग्न है जो जल के अंदर के परिवेश का सजीव वीडियो प्रसारण उपलब्ध करा सकता है।
  • किसी पोत के निचले हिस्से के निरीक्षण, बांध के निरीक्षण, मछली-पालन के तालाब (Fish Farm) के निरीक्षण आदि में इस ड्रोन का प्रयोग किया जा सकता है।
  • इस ड्रोन के प्रयोग से गोताखोरों द्वारा जलमग्न वस्तुओं के खर्चीले एवं जोखिमपूर्ण मानवीय निरीक्षण की आवश्यकता नहीं रहेगी।
  • ज्ञातव्य है कि NPOL, डीआरडीओ की एक प्रयोगशाला है।

लेखक-सौरभ मेहरोत्रा

संबंधित लिंक…
https://eyerov.com/eyerov-tuna/
https://www.business-standard.com/article/companies/kochi-start-up-makes-india-s-first-commercial-underwater-drone-for-drdo-lab-118091400457_1.html