प्रश्न-हाल ही में केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा तेल और गैस के क्षेत्र में भारत और बेलारूस के बीच हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन हेतु पूर्व-व्यापी स्वीकृति प्रदान की गई। यह समझौता हस्ताक्षर की तिथि से कितने वर्षों तक प्रभावी रहेगा?
(a) 2 वर्ष
(b) 3 वर्ष
(c) 4 वर्ष
(d) 5 वर्ष
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य
- 27 सितंबर, 2017 को केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा तेल और गैस के क्षेत्र में भारत और बेलारूस के बीच हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन हेतु पूर्व-व्यापी स्वीकृति प्रदान की गई।
- इस समझौता ज्ञापन पर बेलारूस के राष्ट्रपति की भारत यात्रा के दौरान 12 सितंबर, 2017 को हस्ताक्षर किया गया था।
- यह समझौता-ज्ञापन हस्ताक्षर की तिथि से 3 वर्षों की अवधि तक प्रभावी रहेगा।
- इस समझौता ज्ञापन के अंतर्गत दोनों देश आरोही व अवरोही क्षेत्रों, क्षमता निर्माण, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, संवर्धित तेल शोधन और भारत में परिपक्व तेल क्षेत्रों के विकास में सहयोग की स्थापना हेतु काम करेंगे।
- इसके अतिरिक्त इसी दिन केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारत और बेलारूस के मध्य निवेश संबंधी द्विपक्षीय निवेश संधि पर हस्ताक्षर एवं पुष्टि को मंजूरी प्रदान की।
- इस समझौते से निवेशकों के विश्वास में बढ़ोत्तरी होगी जिसके फलस्वरूप एफडीआई और ओडीआई (ओवरसीज प्रत्यक्ष निवेश) के अवसरों में वृद्धि होगी और रोजगार सृजन पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
संबंधित लिंक
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