भारत और बांग्लादेश के मध्य तटीय नौपरिवहन समझौते को लागू करने हेतु एसओपी पर हस्ताक्षर

India and Bangladesh sign Standard Operating Procedure (SOP) to operationalize agreement on coastal shipping

प्रश्न-15 नवंबर, 2015 को भारत ने किस देश के साथ तटीय नौपरिवहन समझौते को लागू करने हेतु ‘मानक संचालक प्रक्रिया’ (एसओपी) पर हस्ताक्षर किया?
(a) बांग्लादेश
(b) श्रीलंका
(c) म्यांमार
(d) मालदीव
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य

  • 15 नवंबर, 2015 को भारत एवं बांग्लादेश के मध्य नई दिल्ली में तटीय नौपरिवहन समझौते को लागू करने हेतु ‘मानक संचालन प्रक्रिया’ (एसओपी) पर हस्ताक्षर किया गया।
  • उल्लेखनीय है कि दोनों देशों के मध्य जून, 2015 में इस समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे।
  • ध्यातव्य है कि मानक संचालन प्रक्रिया से भारत और बांग्लादेश के मध्य तटीय नौपरिवहन को बढ़ावा देने का मार्ग प्रशस्त होगा।
  • साथ ही, एक्जिम माल की ढुलाई की लागत कम होने से दोनों देशों के मध्य द्विपक्षीय व्यापार में वृद्धि होगी।
  • गौरतलब है कि एसओपी प्रावधानों के तहत दोनों देशों अंतर्राष्ट्रीय समुद्री परिवहन हेतु उपयोग में लाए जाने वाले अपने राष्ट्रीय पोतों के साथ-साथ अन्य देशों के जहाजों के साथ समान दृष्टिकोण अपना सकेंगे।
    समझौते के लाभ
  • दोनों देशों के मध्य तटीय नौपरिवहन के प्रारंभ होने से चटगांव से तटीय नौपरिवहन के माध्यम से पूर्वोत्तर तक कार्गो संचलन और तत्पश्चात सड़क/अंतर्देशीय जलमार्ग से संचलन सक्षम हो सकेगा।
  • भारत के पूर्वी तट पर दीप ड्राफ्ट बंदरगाह आरएसवी श्रेणी के जहाजों के माध्यम से बांग्लादेश के लिए माल परिवहन हेतु ‘केंद्रीय बंदरगाह’ बन सकते हैं।
  • भारतीय बंदरगाह अतिरिक्त कार्गों को संचालित करेंगे।
  • इससे बांग्लादेश के लिए समग्र नौपरिवहन लागत कम हो जाएगी।
  • बांग्लादेश के कार्गो के लिए भारतीय बंदरगाह ट्रांस-शिपमेंट पोर्ट के रूप में सेवा दे सकेंगे।
  • इससे भारत एवं बांग्लादेश के मध्य लाभदायक वृद्धि की जा सकेगा।

संबंधित लिंक भी देखें…
http://pib.nic.in/newsite/hindirelease.aspx?relid=41954
http://pib.nic.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=130487
http://www.thehindubusinessline.com/economy/logistics/india-bangladesh-ink-sop-pact-on-coastal-shipping/article7880608.ece
http://www.haribhoomi.com/news/india/achhi-khabaren/india-and-bangladesh-sign-agreement/33505.html#ad-image-0