प्रश्न-हाल ही में भारत और इटली ने किस लिए फास्ट ट्रैक प्रणाली स्थापित करने का निर्णय लिया?
(a) निर्यात को बढ़ाने के लिए
(b) आयात को बढ़ाने के लिए
(c) निवेशकों और कंपनियों को आगे बढ़ाने के लिए
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य
(a) निर्यात को बढ़ाने के लिए
(b) आयात को बढ़ाने के लिए
(c) निवेशकों और कंपनियों को आगे बढ़ाने के लिए
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य
- 16 जुलाई, 2019 को भारत और इटली ने दोनों देशों की कंपनियों और निवेशकों के लिए फास्ट ट्रैक प्रणाली स्थापित करने का निर्णय लिया।
- इस हेतु उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) सचिव रमेश और भारत में इटली के राजदूत लॉरेंजो एंजलोनी फास्ट ट्रैक प्रणाली स्थापित करने के बारे में दस्तावेजों का आदान-प्रदान किया।
- भारत में फास्ट ट्रैक प्रणाली का मुख्य उद्देश्य भारत में इतालवी कंपनियों और निवेशकों के सामने उनके कार्य में आने वाली समस्याओं की पहचान करने और उनके समाधान का मार्ग प्रशस्त करना है।
- यह प्रणाली भारत में कारोबार में सुगमता के संबंध में इतालवी कंपनियों और निवेशकों के नजरीए से मिलने वाले सामान्य सुझावों पर विचार-विमर्श के लिए एक मंच के रूप में काम करेगी।
- डीपीआईआईटी, इन्वेस्ट इंडिया के साथ निकट सहयोग करके भारत में इस प्रणाली के भारतीय पक्ष का प्रतिनिधित्व करेगा।
- डीपीआईआईटी अन्य महत्वपूर्ण मंत्रालयों और प्राधिकारों की भागीदारी बढ़ाएगा।
- इन्वेस्ट इंडिया अलग-अलग मामलों को जारी रखने और उनकी निगरानी के लिए जिम्मेदार एजेंसी होगी।
- भारत में इटली का दूतावास इतावली व्यापार एजेंसी और इटली में महत्वपूर्ण मंत्रालयों के सहयोग से भारत में इस प्रणाली के इतालियन पक्ष का प्रतिनिधित्व करेगा।
- जबकि इटली में भारतीय दूतावास डीपीआईआईटी और भारत के महत्वपूर्ण मंत्रालयों के सहयोग से इटली में इस प्रणाली के भारतीय पक्ष का प्रतिनिधित्व करेगा।
- फास्ट ट्रैक प्रणाली आर्थिक विकास मंत्रालय, इटली के अंतरराष्ट्रीयकरण और व्यापार संवर्धन के महानिदेशक तथा इटली में भारतीय दूतावास के स्तर पर वर्ष में 2 बार समीक्षा की जाएगी।
लेखक-विवेक कुमार त्रिपाठी
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