बैंकों की लाभप्रदाता मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस का विश्लेषण

प्रश्न-मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस के विश्लेषणानुसार भारतीय बैंकों की लाभप्रदता ब्रिक्स देशों के बैंकों की तुलना में ………..
(a) कमजोर है
(b) मजबूत है
(c) स्थिर है
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य

  • 22 अक्टूबर, 2018 को  मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने भारतीय बैंकों का विश्लेषणात्मक ब्यौरा प्रस्तुत किया।
  • जिसके अनुसार भारतीय बैंकों की लाभप्रदता उसके ब्रिक्स साथी देशों के बैंकों की तुलना में कमजोर है।
  • ‘मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस’ जिसे प्रायः मूडीज भी कहते हैं, वास्तव में मूडीज कॉर्पोरेशन का बॉण्ड क्रेडिट रेटिंग व्यवसाय है।
  • इसने अपने विश्लेषण में अगले वित्त वर्ष में बैंकों की लाभप्रदता के बेहतरी की संभावना जताई है क्योंकि संपत्ति की गुणवत्ता स्थिर हो गई है।




  • वर्ष 2017 के अंत में 8.7 प्रतिशत के ट्रांजिबल कॉमन इक्विटी रेशियो के साथ भारतीय बैंकों का पूंजीकरण अपने दुर्बलतम (Weakest) स्थिति में है।
  • स्ट्रेस्ड पब्लिक सेक्टर बैंकों के कारण भारत में प्रणाली की व्यापक संपत्ति गुणवत्ता कमजोर है।
  • सरकारी पूंजी निवेश ही कमजोर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के पूंजी अनुपात को बढ़ावा दे सकेगा।
  • वहीं दूसरी ओर ब्राजीलियाई और दक्षिण अफ्रीकी बैंकों की संपत्ति पर सबसे ज्यादा रिटर्न है।
  • ‘मूडीज’ के अनुसार भारतीय बैंकों के पास 2017 के अंत में दूसरा सबसे ज्यादा गैर-निष्पादित ऋण (NPL) था, इसके बाद ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका और चीन के बैंक थे।
  • इस संदर्भ में रूस शीर्षस्थ (11.8 प्रतिशत के अनुपात के साथ) था।

संबंधित लिंक…
https://www.cnbctv18.com/finance/indian-banks-fare-badly-among-brics-nations-says-moodys-investors-report-1162231.htm
https://www.dailypioneer.com/2018/business/indian-banks–profitability-weaker-than-brics-peers–to-improve-next-fiscal–moody-s.html