बालिका शिक्षा के लिए डिजिटल जेंडर एटलस की शुरूआत

प्रश्न- स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग ने अनुसूचित जाति, जनजाति तथा अल्पसंख्यक वर्गों की शैक्षणिक रूप से पिछड़ी बालिकाओं को समान शिक्षा प्रदान करने लिए किस भौगोलिक तकनीकी का प्रारंभ किया?
(a) डिजिटल जेंडर एटलस
(b) प्रयोगात्मक शिक्षा
(c) डिजिटल शिक्षा
(d) अनुसंधान शिक्षा
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य

  • 9 मार्च, 2015 को स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग ने बालिकाओं की शिक्षा की प्रगति के लिए डिजिटल जेंडर एटलस जारी किया।
  • ध्यातव्य है कि स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करता है।
  • डिजिटल जेंडर एटलस को संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (युनिसेफ) के सहयोग से विकसित किया गया है।
    इसके द्वारा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति यथा मुस्लिम अल्पसंख्यकों जैसे हाशिये वाले समूहों के पिछड़े भौगोलिक क्षेत्रों को पहचानने में मदद मिलेगी।
  • जेंडर एटलस का उद्देश्य विकलांग बालिकाओं सहित असुरक्षित बालिकाओं को एक समान शिक्षा सुनिश्चित कराना है।
  • इससे शिक्षा नीति बनाने और उन्हें लागू करने में राज्यों को मदद मिलेगी।
  • जेंडर एटलस में एकीकृत जिला सूचना शिक्षा के लिए प्रणाली यू.डी.आई.एस.ई. डेटा (2011-14), जनगणना 2011 और जिला स्तरीय स्वास्थ्य सर्वेक्षण 2007-08 के आंकड़ों का प्रयोग किया गया है।
  • डिजिटल जेंडर एटलस के प्रमुख अवयव निम्न हैं-
  • समग्र जेंडर रैंकिंग।
  • लिंग परीक्षण के रुझान विश्लेषण।
  • वामपंथी उग्रवादी जिलों और शैक्षिक रूप से पिछड़े ब्लाकों के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अल्पसंख्यक आबादी के शैक्षणिक सुधार।
  • कम लिंगानुपात वाले जिलों में ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’कार्यक्रम।
  • विकलांग बच्चों (विशेषकर लड़कियों) के संबंध में संकेतकों द्वारा निष्पादन स्थिति।
  • उल्लेखनीय है कि भारत ने स्कूली शिक्षा के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर पर लड़कियों के लिए उच्च नामांकन दर हासिल की है।
  • उच्च प्राथमिक में कुल नामांकन में लड़कियों का प्रतिनिधित्व 48.66% है, जबकि माध्यमिक में 47.29% है।

संबंधित लिंक भी देखें…
http://mhrd.gov.in/sites/upload_files/mhrd/files/Press_Release_from_PIB_HRD_09-03-2015.pdf
http://unicef.in/PressReleases/306/Digital-Gender-Atlas-for-Advancing-Girls-Education-Launched
http://pib.nic.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=116595