प्रश्न-जून‚ 2021 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी हुई बच्चों और सशक्त संघर्ष पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव की वार्षिक रिपोर्ट के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करे-
(1) वर्ष 2020 में 14,097 लड़के तथा 4,993 लड़कियों सहित कुल 1909 बच्चे मानवाधिकार के गंभीर उल्लंघन की एक या अधिक घटनाओं के शिकार हुए हैं।
(2) वर्ष 2020 में 10625 बच्चों के खिलाफ मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन (Grave violations) किया गया‚ जिनमें स्कूलों तथा अस्पतालों पर हमलें भी शामिल हैं।
(3) कोविड- 19 महामारी के दुष्प्रभावों से सशक्त संघर्ष एवं टकराव के माहौल में बच्चों के लिए हालात और विकट हुए।
(4) इस दौरान 8400 से अधिक बच्चों को बलात्कार एवं यौन हिंसा का सामना करना पड़ा है।
उपर्युक्त दिए गए कथनों पर विचार करते हुए सत्य कथन का चुनाव करें-
(a) 1 एवं 2
(b) 2 एवं 3
(c) 3 एवं 4
(d) 1 एवं 3
उत्तर—(d)
संबंधित तथ्य
- 21 जून‚ 2021 को संयुक्त राष्ट्र द्वारा ‘बच्चों और सशक्त संघर्ष पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव की वार्षिक रिपोर्ट’ जारी की गई।
- इस रिपोर्ट के अनुसार‚वर्ष 2020 में 14,097 लड़के तथा 4,993 लड़कियों सहित कुल 19090 बच्चे गंभीर मानवाधिकार उल्लंघन की एक या अधिक घटनाओं का शिकार हुए हैं।
- 2020 में 26425बच्चों के खिलाफ मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन किया गया‚ जिनमें स्कूलों तथा अस्पतालों पर हमलें भी शामिल हैं।
- इसके (मानवाधिकारों के गंभीर उल्लंघन) तहत बच्चों को जान से मारना‚ अपंग बनाना‚ यौन हिंसा का शिकार बनाना तथा अगवा किये जाने की घटनाएं सम्मिलित हैं।
- कोविड -19 महामारी के दुष्प्रभावों से सशक्त संघर्ष एवं टकराव के माहौल में बच्चों के लिए हालात और विकट हुए हैं।
- इस रिपोर्ट के अनुसार‚ 8400 से अधिक युवाओं (youngsters) की मौजूदा सशक्त संघर्षों (अफगानिस्तान‚ सीरिया‚ यमन‚ तथा सोमालिया) में या तो मौत हो गई या फिर वे अपंग हो गए।
- वर्ष 2020 में बाल सैनिकों के रूप में भर्ती किए जाने से लगभग 7000 बच्चे प्रभावित थे तथा ऐसे अधिकांश मामले कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य‚ सोमालिया‚ सीरिया‚ तथा म्यांमार में दर्ज किए गए हैं।
- ध्यातव्य है कि अधिकार हनन के मामलों में सबसे तीव्र वृद्धि (90 प्रतिशत) अगवा किए जाने के मामलों में देखने को मिली है।
- बलात्कार तथा यौन हिंसा के अन्य रूपों में 70 प्रतिशत की वृिद्ध दर्ज की गई है।
- इस रिपोर्ट के अनुसार‚ वर्ष 2020 में गंभीर मानवाधिकार उल्लंघनों के प्रति चार बाल पीड़ितों में से एक पीड़ित लड़की है।
- सशक्त गुटों और बलों ने 12643 से अधिक बच्चों को यूएन के पहल पर सशक्त संघर्ष में भागीदारी से मुक्त कर दिया।
- संयुक्त राष्ट्र और विभिन्न सरकारों के मध्य छंटनी प्रक्रिया में उम्र की अर्हता के कारण‚ बड़ी संख्या में बच्चों को बाल सैनिकों के रूप में भर्ती किए जाने से रोकना संभव हुआ है।
संबंधित लिंक भी देखें…
https://news.un.org/en/story/2021/06/1094392
https://www.un.org/ga/search/view_doc.asp?symbol=S/2021/437&Lang=E&Area=UNDOC