प्रसाद प्लस योजना

प्रश्न-वर्तमान में प्रसाद प्लस योजना के तहत कितने स्थानों की पहचान की गई है?
(a) 10
(b) 15
(c) 25
(d) 30
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य

  • 13 मार्च, 2018 को लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में पर्यटन राज्यमंत्री के.जे. अल्फोंस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार पर्यटन मंत्रालय द्वारा पहचाने गए तीर्थस्थल या विरासत गंतव्यों के समग्र विकास के उद्देश्य से ‘तीर्थस्थल जीर्णोद्धार एवं आध्यात्मिक संवर्द्धन अभियान पर राष्ट्रीय मिशन (प्रसाद) प्लस योजना, शुरू की गई है।
  • वर्तमान में इस योजना के तहत 25 स्थानों की पहचान की गई है।
  • इन स्थलों में अमरावती, श्रीसेलम, तिरुपति, कामाख्या, पटना, गया, द्वारका, सोमनाथ, हजरतबल, कटना, देवघर, गुरुवयूर, ओंकारेश्वर, त्रियंबकेश्वर, पुरी, अमृतसर, अजमेर, कांचीपुरम, वेल्लांकन्ने, वाराणसी, अयोध्या, मथुरा, बद्रीनाथ, केदारनाथ और बेलूर शामिल हैं।
  • योजना का उद्देश्य तीर्थस्थल या विरासत गंतव्यों के आधारभूत ढांचे का विकास करना है।
  • इसमें गंतव्य प्रवेश बिंदुओं का विकास एवं उन्नयन करना शामिल है जिसमें सड़क, रेल और जल परिवहन यात्री टर्मिनल, एटीएम, मुद्रा विनिमय काउंटर, पर्यटन सूचना, व्याख्या केंद्र सहित मूलभूत सुविधाएं प्रदान करना शामिल है।
  • योजनान्तर्गत पर्यावरण हितैषी परिवहन के साथ ध्वनि प्रकाश शो, जल रोमांचकारी क्रीडा, ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोत, प्रतीक्षालय, प्राथमिक चिकित्सा केंद्र, मोबाइल सेवाएं, वाई-फाई हॉट-स्पॉट आदि का विकास भी शामिल है।

संबंधित लिंक
https://www.prabhatkhabar.com/news/patna/development-of-patna-and-gaya-under-prasad-yojana/1132377.html
https://m.dailyhunt.in/news/india/hindi/humara+bihar-epaper-humara/sarakar+ke+prasad+yojana+se+patana+aur+gaya+shahar+hoga+hai+tek-newsid-83481533