प्रधानमंत्री ने जोजिला सुरंग का शिलान्यास किया

प्रश्न-19 मई, 2018 को प्रधानमंत्री ने लेह के जिवे-त्साल में श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर जोजिला सुरंग की आधारशिला रखी। इसकी लंबाई है-
(a) 9.15 किमी.
(b) 15 किमी.
(c) 14 किमी.
(d) 8.5 किमी.
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य

  • 19 मई, 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के लेह के जिवे-त्साल (Jive- Tsal) में श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर जोजिला सुरंग की आधारशिला रखी।
  • 14 किमी. लंबी जोजिला सुरंग भारत की सबसे लंबी सड़क सुरंग और एशिया की सबसे लंबी दो विपरीत दिशाओं वाली सुरंग होगी।
  • इस सुरंग के निर्माण से श्रीनगर, कारगिल और लेह के बीच हर मौसम में संपर्क स्थापित किया जा सकेगा।
  • ज्ञातव्य है कि इस वर्ष के शुरू में ही आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCEA) ने 6800 करोड़ रुपये की कुल लागत से एनएच-1ए के श्रीनगर-लेह सेक्शन पर बालटाल और मीनामार्ग दो विपरीत दिशाओं वाली दो लेन की सुरंग के निर्माण परिचालन और रख-रखाव की मंजूरी दी थी।
  • इसके साथ ही उन्होंने श्रीनगर स्थित शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कांफ्रेंस सेंटर और जम्मू में जनरल जोरावर सिंह ऑडिटोरियम में अलग-अलग कार्यक्रमों में श्रीनगर रिंग रोड और जम्मू रिंग रोड की आधारशिला रखी।
  • चार लेन वाली 42.1 किमी. लंबी श्रीनगर रिंग रोड पश्चिमी श्रीनगर के गलंदर को सुम्बल से जोड़ेगी।
  • 1860 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली यह सड़क श्रीनगर से कारगिल और लेह के लिए एक नया मार्ग प्रदान करेगी तथा यात्रा कम करेगी।
  • इसमें एक बड़ा पुल, तीन फ्लाईओवर, 23 सुरंगे और 2 मार्ग सेतु होंगे।
  • चार लेन वाली 58.25 किमी. लंबी जम्मू रिंग रोड 2023.87 करोड़ रुपये की लागत से बनाई जा रही है।
  • यह जगाती (पश्चिमी जम्मू) को रायमोड़ से जोड़ेंगी।
  • इस मार्ग में 8 बड़े पुल, 6 फ्लाईओवर, 2 सुरंगें और 2 मार्ग सेतु होंगे।
  • उल्लेखनीय है कि जोजिला सुरंग की योजना एक स्मार्ट सुरंग के रूप में बनाई गयी है।
  • इसमें आधुनिकतम सुरक्षा विशेषताएं जैसे पूरी तरह अनुप्रस्थ वायु-संचार प्रणाली, लगातार बिजली की आपूर्ति, सुरंग में आपात रोशनी, सीसीटीवी निगरानी, परिवर्तनशील संदेश संकेत, ट्रैफिक लॉगिंग उपकरण, अधिक ऊंचाई वाले वाहनों की पहचान, सुरंग रेडियो प्रणाली आदि की व्यवस्था की गई है।
  • इसमें प्रत्येक 250 मीटर पर पैदल और मोटर से चलने वाले यात्रियों के लिए पार करने के रास्तों की व्यवस्था होगी और प्रत्येक 750 मीटर पर बचाव स्थल होंगे।
  • इसमें प्रत्येक 125 मीटर पर आपात स्थिति पर टेलीफोन और दमकल कैबिनेट भी उपलब्ध होंगे।
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 330 मेगावाट किशनगंगा जल विद्युत स्टेशन को राष्ट्र को समर्पित किया।
  • इसके साथ ही उन्होंने 1000 मेागवॉट की पकल डुल पनबिजली परियोजना की भी आधारशिला रखी।
  • उल्लेखनीय है कि पकल डुल पनबिजली परियोजना किश्तवाड़ जिले में चिनाब नदी पर बनाई जाएगी।

संबंधित लिंक
http://pib.nic.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=179386
https://www.narendramodi.in/pm-to-visit-jammu-and-kashmir-on-may-19-2018-540127
http://www.tribuneindia.com/news/jammu-kashmir/pm-to-lay-stone-of-pakal-dul-hydel-project-today/591242.html