नेशनल डीवार्मिंग डे

प्रश्न-‘राष्ट्रीय कृमि निवारण अभियान’ का शुभारंभ निम्न में से किस राज्य में किया गया?
(a) केरल (b) उत्तर प्रदेश
(c) राजस्थान (d) हरियाणा
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य

  • 10 फरवरी, 2015 को देशभर में नेशनल डीवार्मिंग डे (National Deworming Day) मनाया गया।
  • भारत में नेशनल डीवार्मिंग डे (NDD) का उद्देश्य सरकारी/सरकारी सहायता प्राप्त/एडेड स्कूल व आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से 1 से 19 वर्ष के सभी बच्चों (नामांकित और गैर-नामांकित) को कृमि मुक्त करना है।
  • इसके माध्यम से बच्चों का सम्पूर्ण स्वास्थ्य, पोषण संबंधी स्थिति, शिक्षा और जीवन गुणवत्ता को बेहतर बनाया जा सकता है।
  • इस अवसर की पूर्व संध्या 9 फरवरी, 2015 को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री श्री जे.पी. नड्डा ने जयपुर (राजस्थान) में ‘राष्ट्रीय कृमि कार्यक्रम’ का शुभारंभ किया।
  • दुनिया के सबसे बड़े अभियानों में से एक इस अभियान का लक्ष्य 1 वर्ष से 19 वर्ष तक के 24 करोड़ बच्चों को पेट के कीड़ों से निजात दिलाना है।
  • कार्यक्रम के प्रथम चरण में 11 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों जिसमें असम, बिहार, छत्तीसगढ़, दादर और नगर हवेली, हरियाणा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु और त्रिपुरा के 14 करोड़ बच्चों को लक्ष्य कर अभियान चलाया जाना है।
  • कार्यक्रम के पहले चरण में 10 फरवरी, 2015 को राष्ट्रीय डीवार्मिंग (National Deworming Day) दिवस के दिन से अल्बेनडाजोल की गोलियों का वितरण सभी लक्षित बच्चों को शुरू किया गया।
  • इस चरण में सुरक्षा प्राप्त करने से छूट गए बच्चों को 14 फरवरी, 2015 को विशेष मॉप-अप चरण में रोगाणु मुक्त बनाने के लिए गोलियां दी जाएंगी।
  • ध्यातव्य है कि कृमि मनुष्य की आंतों में रहते हैं और शरीर के लिए जरूरी पोषक तत्वों को खा जाते हैं।
  • ये मनुष्य के मल में मौजूद अंडों द्वारा फैलते हैं, जो वहां की मिट्टी को दूषित कर देता है, जहां पर सफाई की व्यवस्था ठीक नहीं रहती है।
  • कृमि के तीन मुख्य प्रकार हैं:-1.गोल कृमि (Ascaris lumbricoides). 2. व्हीप कृमि (Trichuris trichiura) और 3. अंकुश कृमि (Necator americanus व Ancylostoma duodenale)।
  • कृमि संक्रमण से खून की कमी, कुपोषण, मानसिक व शारीरिक विकास में हानि और स्कूल में प्रतिभागिता में कमी हो सकती है।
  • गोलकृमि (Roundworm) आंत में विटामिन ए को अवशोषित कर लेते हैं।
  • विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुमान के अनुसार भारत में 1 से 14 वर्ष की आयु के 241 मिलियन बच्चों में कृमि संक्रमण का जोखिम पाया गया है।
  • यह विश्व के इस आयुवर्ग के बच्चों की आबादी का 68% है और कृमि से संक्रमित बच्चों की आबादी के अनुमान का लगभग 28% है।

संबंधित लिंक भी देखे…
http://nrhm.gov.in/images/pdf/NDD/Guidelines/NDD_Operational_Guidelines.pdf
http://nrhm.gov.in/images/pdf/NDD/FAQ/Fact_sheet_on_STH.pdf
http://pib.nic.in/newsite/hindirelease.aspx?relid=33621