नवजातों हेतु श्रेष्ठ और खराब देशों की सूची

प्रश्न-हाल ही में नवजातों हेतु श्रेष्ठ/खराब देशों की सूची किस संगठन द्वारा जारी की गई?
(a) WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन)
(b) UNICEF (संयुक्त राष्ट्र बाल कोष)
(c) विश्व बैंक
(d) एशियन डेवलपमेंट बैंक
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य

  • 20 फरवरी, 2018 को संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) ने नवजातों हेतु श्रेष्ठ और खराब देशों की सूची जारी की।
  • इसके अनुसार नवजात मृत्यु दर के लिहाज से कम आय वाले देशों में भारत का स्थान 12 वां सबसे खराब (12th worst) है।
  • यूनिसेफ के अनुसार प्रति हजार जीवित जन्मों पर 45.6 न्यूबॉर्न डेथ्स के साथ पाकिस्तान सबसे खराब देश है।
  • जबकि जापान प्रति हजार जीवित जन्मों पर 0.9 डेथ के साथ दुनिया का सबसे सुरक्षित या श्रेष्ठ देश है।
  • भारत में नवजात मृत्यु दर 25.4 प्रतिहजार जीवित जन्म है।
  • जो कि 52 कम-मध्यम (Low-middle) आय वाले देशों में 12वीं सबसे खराब रैंक है।
  • ध्यातव्य है कि यूनिसेफ ने पहली बार देशों को उनके नवजात मृत्यु दर के लिहाज से श्रेष्ठ/खराब की रैंकिंग प्रदान किया है।
  • यूनिसेफ ने नवजात मृत्यु पर परिभाषा जन्म के पहले महीने के भीतर मरने वाले बच्चों की संख्या के आधार पर दिया है।
  • जापान के बाद नवजातों हेतु श्रेष्ठ देशों में आइसलैंड (नवजात मृत्यु दर 1) एवं सिंगापुर (नवजात मृत्यु दर 1.1) क्रमशः दूसरे एवं तीसरे स्थान पर हैं।
  • अमेरिका की नवजात मृत्यु दर (एनएमआर) 3.7 है।
  • यह श्रीलंका और यूक्रेन जैसे निम्न-मध्यम आय वाले देशों की तुलना में केवल थोड़ा बेहतर है।
  • उच्च आय वर्ग वाले देशों में अमेरिका की रैंकिंग 15वीं है।
  • यूनिसेफ के अनुसार नवजात शिुश के अस्तित्व का देश के आय स्तर से काफी निकट संबंध है।
  • उच्च-आय वर्ग वाले देशों की औसत एनएमआर सिर्फ 3 है वहीं निम्न आय वर्ग वाले देशों की औसत एनएमआर 27 है।
  • यह अंतर काफी महत्वपूर्ण है।
  • अगर सभी देश अपने एनएमआर को उच्च आय वाले देशों के औसत एनएमआर या उसके नीचे ले आ दें तो 2030 तक 16 मिलियन नवजात जीवन को बचाया जा सकता है।
  • 80 प्रतिशत से अधिक नवजात मौतें समय से पहले जन्म, प्रसव के दौरान जटिलताओं और इन्फेक्शन जैसे सेप्टिस, मेनिन्जाइटिस और न्यूमोनिया के परिणामस्वरूप होती हैं।
  • कम से कम माध्यमिक तक शिक्षित माताओं से पैदा हुए बच्चों की तुलना में अशिक्षित माताओं के नवजातों के मरने का जोखिम दोगुना होता है।
  • रिपोर्ट में भारत के अलावा बांग्लादेश, नेपाल और भूटान उन देशों में शामिल हैं जिन्हें नवजात मृत्यु दर पर ज्यादा ध्यान देने के लिए सचेत किया गया है।
  • 5 साल से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु दर कम करने के मामले में भारत ने बाकी देशों से बेहतर काम किया है।
  • 1990 में यह दर 66 प्रतिशत थी जो 2015 में 55 प्रतिशत हो गई।
  • लेकिन नवजात शिशुओं को बचाने की प्रगति धीमी रही है।
  • भारत में हर साल दो करोड़ 60 लाख बच्चे जन्म लेते हैं जिनमें से 6,40,000 की मृत्यु हो जाती है।

संबंधित लिंक
https://www.unicef.org/media/media_102677.html
https://thewire.in/225717/india-12th-worst-newborns-among-52-low-income-countries-unicef-report/
https://www.indiatoday.in/education-today/gk-current-affairs/story/india-becomes-the-12th-riskiest-country-for-newborns-according-to-unicef-report-1173745-2018-02-20
http://www.timesnownews.com/health/article/newborn-mortality-rate-india-12th-worst-among-low-income-countries-pakistan-riskiest-place-to-be-born-japan-safest/200798