प्रश्न-डिजिटल प्लेटफॉर्म के संदर्भ में विचार कीजिए?
(i) वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने इलेक्ट्रॉनिक सर्टिफिकेट ऑफ ऑरिजिन जारी करने के लिए डिजिटल प्लेटफार्म लॉन्च किया है।
(ii) इस प्लेटफॉर्म को पीयूष गोयल एवं हरदीप सिंह पुरी द्वारा नई दिल्ली में लॉन्च किया गया।
(iii) इस डिजिटल प्लेटफॉर्म से निर्यातकों एफटीए/पीटीए तथा सभी संबंधित एजेंसियों को एक ही स्थान पर सुविधाएं प्राप्त होगी।
(iv) सर्टिफिकेट ऑफ ऑरिजिन को इलेक्ट्रॉनिक रूप से जारी किया जायेगा।
उपरोक्त में सत्य कथन है/हैं-
(a) केवल II
(b) केवल III
(c) केवल III एवं IV
(d) उपरोक्त सभी
उत्तर-(d)
संबंधित तथ्य
(i) वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने इलेक्ट्रॉनिक सर्टिफिकेट ऑफ ऑरिजिन जारी करने के लिए डिजिटल प्लेटफार्म लॉन्च किया है।
(ii) इस प्लेटफॉर्म को पीयूष गोयल एवं हरदीप सिंह पुरी द्वारा नई दिल्ली में लॉन्च किया गया।
(iii) इस डिजिटल प्लेटफॉर्म से निर्यातकों एफटीए/पीटीए तथा सभी संबंधित एजेंसियों को एक ही स्थान पर सुविधाएं प्राप्त होगी।
(iv) सर्टिफिकेट ऑफ ऑरिजिन को इलेक्ट्रॉनिक रूप से जारी किया जायेगा।
उपरोक्त में सत्य कथन है/हैं-
(a) केवल II
(b) केवल III
(c) केवल III एवं IV
(d) उपरोक्त सभी
उत्तर-(d)
संबंधित तथ्य
- 16 सितंबर, 2019 को नई दिल्ली में इलेक्ट्रॉनिक प्रमाण पत्र-जारी करने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म लॉन्च किया गया।
- इस प्लेटफॉर्म को केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग तथा रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल तथा वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी के द्वारा जारी किया गया।
- इस डिजिटल प्लेटफॉर्म के द्वारा निर्यातकों को मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए)/अधिमान्य व्यापार समझौता (पीटीए) तथा सभी संबंधित एजेंसियों को एक ही स्थान पर सुविधाएं प्राप्त होंगी।
- इस सर्टिफिकेट ऑफ ऑरिजिन को इलेक्ट्रॉनिक रूप से जारी किया जायेगा तथा सहयोगी देशों की सहमति से इसे पेपरलेस के रूप में अपनाया जाएगा।
- इस प्लेटफॉर्म के सहयोगी देश वेबसाइट पर प्रमाण-पत्रों की प्रमाणिकता का सत्यापन कर सकते हैं।
- निर्यातक इस प्लेटफॉर्म पर पंजीयन कर सर्टिफिकेट ऑफ ऑरिजिन के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- इस प्लेटफॉर्म को भारत-चिली पीटीए के साथ प्रारंभ किया जाएगा।
- इसके साथ ही यदि सहयोगी देश इलेक्ट्रॉनिक डेटा का आदान-प्रदान करते हैं, तो सहयोगी देश के कस्टम विभाग के पास सर्टिफिकेट ऑफ ऑरिजिन इलेक्ट्रॉनिक रूप में भेज दिया जाएगा।
- गौरतलब है कि भारत का 15 देशों के साथ एफटीए और पीटीए समझौता है तथा लगभग सात लाख प्रमाण-पत्र जारी किए जाते हैं।
- यह प्रमाण-पत्र इस बात का प्रमाण है, कि निर्यात की गई वस्तुओं का निर्माण भारत में हुआ है।
- सर्टिफिकेट ऑफ ऑरिजिन जारी करने वाली प्रमुख एजेंसियां हैं; जैसे-ईआई सी, एमपीईडीए, डीजीएफटी, वस्त्र समिति एवं तम्बाकू बोर्ड।
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