गुरु-शिष्य परम्परा परियोजना का शुभारंभ

The 'Guru Shishya Parampara' launche

प्रश्न-गुरु-शिष्य परंपरा परियोजना किसके लिए शुरू की गई है?
(a) छोटे उद्यमियों के लिए
(b) हस्तशिल्पियों के लिए
(c) काष्ठ शिल्पियों के लिए
(d) मूर्तिकारों के लिए
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य

  • 16 अक्टूबर, 2016 को केंद्रीय वस्त्र मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी द्वारा वाराणसी में हस्तशिल्पियों हेतु गुरु-शिष्य परंपरा परियोजना का शुभारंभ किया गया।
  • इस परियोजना की अवधि 180 दिन (16 अक्टूबर, 2016 से 16 अप्रैल, 2017 तक) निर्धारित की गई है।
  • परियोजना के अंतर्गत कार्यक्रमों की संख्या 7 है।
  • इस परियोजना के तहत प्रत्येक कार्यक्रम हेतु लाभार्थियों की संख्या 15 होगी।
  • प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षुओं को वेतन प्रतिपूर्ति/वजीफा 150 रुपये प्रतिदिन प्रति प्रशिक्षु दिया जाएगा।
  • इसके अलावा गुरु हस्तशिल्पियों को 25,000 रुपये प्रतिमाह मानदेय दिया जाएगा।
  • उल्लेखनीय है कि इस अवसर पर ही केंद्रीय वस्त्र मंत्री द्वारा वाराणसी के हस्तशिल्पियों हेतु दस्तकार चौपाल का उद्घाटन भी किया गया।

संबंधित लिंक भी देखें…
https://twitter.com/smritiirani/status/787625494153863169
https://www.facebook.com/Smriti.Irani.Official/photos/a.512960232068011.124131.512953052068729/1362628940434465/?type=3&theater
http://up.punjabkesari.in/varanasi/news/narendra-modi-smriti-irani-handicraft-528391
http://www.business-standard.com/article/pti-stories/irani-announces-handicrafts-mega-cluster-in-varanasi-116101600638_1.html