कोयला खदानों के नीलामी के लिए कार्यप्रणाली को मंजूरी

प्रश्न-हाल ही में किस अधिनियम के तहत कोयला खदानों के नीलामी के लिए कार्यप्रणाली को मंजूरी प्रदान की गई?
(a) कोयला (विशेष उपबंध) अधिनियम 2015 और खान एवं खनिज (विकास और नियमन) अधिनियम 1957
(b) कोयला खान (विशेष उपबंध) अधिनियम 2014 और खान एवं खनिज (विकास और नियमन) अधिनियम 1956
(c) कोयला खान (विशेष उपबंध) अधिनियम, 2013 और खान एवं खनिज (विकास और नियमन) अधिनियम 1955
(d) कोयला खान (विशेष उपबंध) अनिधियम, 2012 और खान एवं खनिज (विकास और नियमन) अधिनियम 1954
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य

  • 20 फरवरी, 2018 को प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति (सीसीईए) ने कोयला खदानों के नीलामी के लिए कार्यप्रणाली को मंजूरी प्रदान कर दी।
  • यह मंजूरी कोयला खान (विशेष उपबंध) अधिनियम 2015 और खान एवं खनिज (विकास और नियमन) अधिनियम 1957 के तहत प्रदान की गई।
  • इस मंजूरी के द्वारा अब वाणिज्यिक कोयला खनन निजी क्षेत्र के लिए खुल गया।
  • वर्ष 1973 में कोयला क्षेत्र के राष्ट्रीयकरण के बाद से यह कदम इस क्षेत्र का सबसे महत्वाकांक्षी सुधार है।
  • ध्यातव्य है कि उच्चतम न्यायालय ने दिनांक 24.09.2014 के अपने आदेश के जरिए कोयला खान राष्ट्रीयकरण अधिनियम 1973 के तहत 1993 से विभिन्न सरकारी और निजी कंपनियों को दिए गए कोयला खदानों और ब्लॉकों का आवंटन रद्द कर दिया था।
  • पारदर्शिता लाने तथा जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए संसद द्वारा 30.03.2005 को कोयला खान विशेष उपबंध विधेयक 2015 को अधिसूचित किया गया था।
  • हालिया मंजूरी कोयला क्षेत्र में पारदर्शिता लाने तथा कारोबारी सुगमता को उच्च प्राथमिकता प्रदान करती है और यह सुनिश्चित करती है कि प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग देश के विकास के लिए हो।
  • नीलामी प्रक्रिया नीचे से ऊपर के क्रम में होगी जिसमें बोली के मानक रुपए और टन के मूल्य प्रस्ताव के रूप में होंगे।
  • जिसका भुगतान कोयले के वास्तविक उत्पादन के आधार पर राज्य सरकार को किया जाएगा।
  • कोयला खानों से निकाले गए कोयले की बिक्री और उपयोग पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा।
  • इस सुधार से एकाधिकार से प्रतिस्पर्धा के युग की ओर बढ़ते हुए कोयला क्षेत्र में दक्षता आने की उम्मीद है।
  • यह कोयला क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा को बढ़ाएगा और हरसंभव बेहतरीन प्रौद्योगिकी का रास्ता खोलेगी।

संबंधित लिंक
http://pib.nic.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=176658
http://pib.nic.in/newsite/PrintHindiRelease.aspx?relid=70752