एफएओ रिपोर्ट‚ 2021 स्थानीय लोगों की खाद्य प्रणालियों

प्रश्न-25 जून‚ 2021 को संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन ने एलायंस ऑफ बायोवर्सिटी इंटरनेशनल तथा द इंटरनेशनल सेंटर फॉर ट्रापिकल एग्रीकल्चर (CIAT) के साथ मिलकर स्थानीय लोगों की खाद्य प्रणालियों पर एक रिपोर्ट प्रकाशित की है‚ जिसमें भारत की निम्न में से किन लोगों को शामिल किया गया है?
(a) खासी‚ मेटिया और अनवल
(b) मेलानेशियन एसआई
(c) तामशिक लोगों को
(d) उपरोक्त सभी
उत्तर—(a)
संबंधित तथ्य

  • 25 जून‚ 2021 को संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (FAO) ने एलायंस ऑफ बायोवर्सिटी इंटरनेशनल तथा द इंटरनेशनल सेंटर फॉर ट्रॉपिकल एग्रीकल्चर (CIAT) के साथ मिलकर एक नई रिपोर्ट प्रकाशित की है।
  • इस रिपोर्ट में विविध प्रकार के सैकड़ों पौधों और जानवरों की प्रजातियों की पहचान की गयी है‚ जिन पर संपूर्ण विश्व में स्थानीय लोग आश्रित है।
  • साथ ही इस रिपोर्ट में भोजन (food) को स्थायी रूप से उत्पन्न करने एवं जैव विविधता को बढ़ाने तथा इन परिष्कृत खाद्य प्रणालियों के प्रति बढ़ते खतरे के लिए चेतावनी भी दी गयी है।
  • इस रिपोर्ट को इंडीजेनस पीपल्स ‘फूड सिस्टम्स’, इन साइट्स ऑफ सस्टेनैबिलिटी एंड रेजिलेंस फ्राम द फ्रंट लाइन ऑफ क्लाइमेट चेंज’ (Indigenous Peoples Food System, Insights of Sustainability and resilence from the front line of climate change) नामक शीर्षक से प्रकाशित किया गया है।
  • इस रिपोर्ट के अनुसार, 90 से अधिक देशों में लगभग 500 मिलियन लोग स्थानीय लोगों के रूप में अपनी अद्वितीय पारंपरिक ज्ञान के साथ अपनी पहचान रखते है‚ जिनके पास खाद्य सुरक्षा और जैव सुरक्षा संरक्षण का अद्वितीय ज्ञान है।
  • ध्यातव्य है कि 8 स्थानीय लोगों के खाद्य प्रणालियों की गहराई से जांच की गयी है‚ और जिन्हें दक्षता के संबंध में विश्व में सबसे अधिक स्थानीय माना गया है।
  • रिपोर्ट के अनुसार वे प्राकृतिक संसाधनों को नष्ट किए बिना पर्यावरण से सैकड़ों खाद्य पदार्थ उत्पन्न करते हैं।
  • ध्यातव्य है कि सोलोमन द्वीप में मेलानेशियन एसआई लोग अपनी आहार-संबंधी आवश्यकताओं का 70% भाग कृषि वानिकी‚ वन उत्पादों को एकत्र करके तथा मछली पकड़कर पूरा करते हैं।
  • जबकि फिनलैंड के आर्कटिक क्षेत्र में इनारी सामी लोग अपने द्वारा उपभोग किये जाने वाले प्रोटीन का 75% भाग‚ मछली पकड़ने‚ शिकार और पशुपालन के माध्यम से प्राप्त करते हैं।

संबंधित लिंक भी देखें…

http://www.fao.org/news/story/pt/item/1413215/icode/