‘ई-रूपी’ (e-RUPI) लॉन्च

प्रश्न-डिजिटल पेमेंट सॉल्यूशन ‘ई-रूपी’ से संबंधित निम्न कथनों पर विचार कीजिए-
(i) 2 अगस्त‚ 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से डिजिटल पेमेंट सॉल्यूशन ‘ई-रूपी’ लॉन्च किया।
(ii) यह एक क्यूआर कोड या एसएमएस स्ट्रिंग-आधारित ई-बाउचर है‚ जिसे लाभार्थियों के मोबाइल पर पहुंचाया जाता है।
(iii) इसे नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने अपने यूपीआई प्लेटफार्म पर विकसित किया है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
(a) केवल (i) एवं (iii)
(b) केवल (ii) एवं (iii)
(c) केवल (i) एवं (ii)
(d) उपर्युक्त सभी
उत्तर—(d)
संबंधित तथ्य

  • 2 अगस्त‚ 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से डिजिटल पेमेंट सॉल्यूशन ‘ई-रूपी’ लॉन्च किया।
  • यह डिजिटल भुगतान के लिए एक कैशलेस और संपर्क रहित माध्यम है।
  • यह एक क्यूआर कोड या एसएमएस स्ट्रिंग-आधारित ई-बाउचर है‚ जिसे लाभार्थियों के मोबाइल पर पहुंचाया जाता है।
  • इस निर्बाध एकमुश्त भुगतान व्यवस्था के उपयोगकर्ता अपने सेवा प्रदाता के केंद्र पर कार्ड‚ डिजिटल भुगतान ऐप या इंटरनेट बैंकिंग एक्सेस के बगैर ही वाउचर की राशि को प्राप्त करने में सक्षम होंगे।
  • इसे नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने अपने यूपीआई प्लेटफार्म पर वित्तीय सेवा विभाग‚ स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के सहयोग से विकसित किया है।
  • यह बिना किसी फिजिकल इंटरफेस के डिजिटल तरीके से लाभार्थियों और सेवा प्रदाताओं के साथ सेवाओं के प्रायोजकों को जोड़ता है।
  • इसके तहत यह भी सुनिश्चित किया जाता है कि लेन-देन पूरा होने के बाद ही सेवा प्रदाता को भुगतान किया जाए।
  • इसका उपयोग मातृ और बाल कल्याण योजनाओं के तहत दवाएं और पेाषण संबंधी सहायता‚ टीबी उन्मूलन कार्यक्रमों‚ आयुष्मान भारत‚ प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजनाओं के तहत दवाएं और निदान‚ उर्वरक सब्सिडी‚ इत्यादि देने की योजनाओं के तहत सेवाएं उपलब्ध कराने में किया जा सकता है।

लेखक− विवेक कुमार त्रिपाठी

संबंधित लिंक भी देखें…

https://pib.gov.in/PressReleaseIframePage.aspx?PRID=1741110

https://newsonair.com/2021/08/02/pm-modi-launches-e-rupi-digital-payment-platform/#:~:text=Prime%20Minister%20Narendra%20Modi%20launched,the%20mobile%20of%20the%20beneficiaries.