आईआईटी हैदराबाद के शोधकर्ताओं द्वारा लो पावर चिप्स का विकास

प्रश्न-आईआईटी हैदराबाद के शोधकर्ताओं ने किसका ‘चुंबकीय क्वांटम-डॉट सेलुलर ऑटोमेटा’ (MQCA) आधारित’ नैनोमैग्नेटिक लॉजिक आर्किटेक्चरल डिजाइन कार्यप्रणाली’ विकसित किया है?
(a) एप्रॉक्सिमेट अर्थमेटिक सर्किट्स का
(b) एप्रोक्सिमेट अल्जेबरिक सर्किट्स का
(c) एप्रोक्सिमेट डाइनेमिक्स सर्किट्स का
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य

  • अक्टूबर, 2019 में आईआईटी हैदराबाद के शोधकर्ताओं ने ‘एप्रॉक्सिमेट अर्थमेटिक सर्किट्स’ का ‘चुंबकीय क्वांटम-डॉट सेलुलर ऑटोमेटा’ (MQCA) आधारित’ नैनोमैग्नेटिक लॉजिक आर्किटेक्चरल डिजाइन कार्यप्रणाली’ विकसित किया।
  • यह उपलब्धि वास्तव में ‘लो पॉवर चिप्स’ का विकास कहलाएगी या इसे लो पॉवर चिप्स का विकास कहना उचित होगा।
  • इस खोज का उपयोग आर्टिफिशियल इंटेलिजेस (AI) संचालित उपकरणों में किया जा सकता है।
  • प्रमात्रा यांत्रिक (क्वांटम मैकेनिक्स)
  • प्रमात्रा यांत्रिकी कुछ वैज्ञानिक सिद्धांतों का एक समुच्चय है, जो परमाणवीय पैमाने पर ऊर्जा एवं पदार्थ के ज्ञात गुणधर्मों की व्याख्या करते हैं।
  • इसमें उप-परमाणु पैमाने पर जो प्रकाश और उप-परमाणवीय कणों में ‘तरंग-कण द्विरूप’ देखा जाता है, उसका गणित आधार सम्मिलित होता है।
  • क्वांटम यांत्रिकी में ऊर्जा और पदार्थ के गहरे संबंध का भी गणित आधार सम्मिलित है।
  • प्रकाश ऊर्जा छोटे-छोटे पैकेटों की बनी होती है, जिन्हें क्वांटम कहते हैं।
  • इन पैकेटों की ऊर्जा इनकी आवृत्ति के समानुपाती होती है।

संबंधित लिंक भी देखें…
https://economictimes.indiatimes.com/news/science/iit-hyderabad-researchers-develop-low-power-chips/articleshow/71701816.cms
https://timesofindia.indiatimes.com/city/hyderabad/iit-h-develops-low-power-chip-for-ai-devices/articleshow/71712038.cms
https://www.indiatoday.in/education-today/news/story/iit-hyderabad-researchers-develop-low-power-chips-for-artificial-intelligence-devices-1611796-2019-10-22