प्रश्न-10 अगस्त, 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के लिए सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर केबल (ओएफसी) का उद्घाटन किया और राष्ट्र को समर्पित किया। इस परियोजना के संबंध में विकल्प में कौन-सा तथ्य सही नहीं है?
(a) यह सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर केबल चेन्नई एवं पोर्टब्लेयर को जोड़ेगी।
(b) यह पोर्टब्लेयर को 5 द्वीपों से भी जोड़ेगी।
(c) सबमरीन ओएफसी लिंक चेन्नई एवं पोर्टब्लेयर के बीच 2×200 गीगाबाइट प्रति सेकेंड की बैंडविड्थ प्रदान करेगा।
(d) यह परियोजना भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) द्वारा कार्यान्वित की गई है।
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य
- 10 अगस्त, 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के लिए सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर केबल (ओएफसी) का उद्घाटन किया और इसे राष्ट्र को समर्पित किया।
- यह सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर केबल चेन्नई एवं पोर्टब्लेयर को जोड़ेगी।
- इसके अलावा यह पोर्टब्लेयर को 7 द्वीपों स्वराज द्वीप (हैवलॉक), अंडमान, कार निकोबार, कामोर्टा, ग्रेट निकोबार, लॉन्ग आइसलैंड और रंगट से भी जोड़ेगी।
- सबमरीन ओएफसी लिंक चेन्नई एवं पोर्टब्लेयर के बीच 2×200 गीगाबाइट प्रति सेकेंड और पोर्ट ब्लेयर एवं अन्य द्वीपों के बीच 2×100 गीगाबाइट प्रति सेकेंड (जीबीपी) को बैंडविड्थ प्रदान करेगा।
- यह परियोजना संचार मंत्रालय के दूरसंचार विभाग के अधीनस्थ सार्वभौमिक सेवा दायित्व कोष (यूएसओएफ) के माध्यम से भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित है।
- यह परियोजना भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) द्वारा कार्यान्वित की गई है।
- इस परियोजना हेतु तकनीकी सलाहकार टेलीकम्युनिकेशंस कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड (टीसीआईएल) है।
- इस परियोजनांतर्गत चेन्नई-पोर्टब्लेयर और पोर्टब्लेयर एवं 7 द्वीपों के बीच समुद्र में लगभग 2300 किमी. लंबी सबमरीन ओएफसी केबल बिछाई गई है, जिसकी लागत राशि लगभग 1224 करोड़ रुपये है।
- ध्यातव्य है कि प्रधानमंत्री ने 30 दिसंबर, 2018 को पोर्टब्लेयर में इस परियोजना की आधारशिला रखी थी।
लेखक-विजय प्रताप सिंह
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