संचार उपग्रह जीसैट-30 का सफल प्रक्षेपण

ISRO Successfully Completes Three Orbit Raising Manoeuvres of GSAT-30
प्रश्न-17 जनवरी, 2020 को भारत के नवीनतम संचार उपग्रह जीसैट-30 को फ्रेंच गुआना के स्पेस पोर्ट से सफल प्रक्षेपण किया गया। इससे संबंधित निम्न कथनों पर विचार कीजिए-
(i) इसे एरियन 5VA-251 प्रक्षेपण यान द्वारा लांच किया गया।
(ii) जीसैट-30 का वजन 2536 किग्रा. है।
(iii) जीसैट-30 की मिशन कालावधि 15 वर्ष से अधिक है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?

(a) केवल (i) एवं (iii)
(b) केवल (ii)
(c) केवल (ii) एवं (iii)
(d) उपर्युक्त सभी
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य
  • 17 जनवरी, 2020 को भारत के नवीनतम संचार उपग्रह जीसैट-30 का प्रक्षेपण सफलतापूर्वक किया गया।
  • जीसैट-30 को कौरू प्रक्षेपण बेस, फ्रेंच गुआना से एरियन 5 वीए-251 प्रक्षेपण यान द्वारा लांच किया गया।
  • 38 मिनट 25 सेकंड की उड़ान के बाद जीसैट-30 पांचवें चरण में एरियन 5 से अलग होकर अंडाकार जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर आर्बिट में प्रवेश कर गया।
  • जीसैट-30 के प्रक्षेपण यान से अलग होते ही कर्नाटक के हासन में इसरो के मास्टर कंट्रोल फैसिलिटी (MCF) ने इसका कमान और नियंत्रण अपने हाथों में लिया।
  • जीसैट-30 का वजन 3357 किग्रा. है।
  • यह इसरो की पहले की इनसैट/जीसैट उपग्रह ऋंखला की अगली कड़ी है और यह इनसैट-4 ए के स्थान पर कार्य करेगा।
  • यह उपग्रह केयू-बैंड के जरिए भारत एवं इसके द्वीपों और सी-बैंड के जरिए खाड़ी देशों, कई एशियाई देशों और ऑस्ट्रेलिया में संचार सेवाएं प्रदान करेगा।
  • जीसैट-30 डीटीएच टेलीविजन सेवा, एटीएम, स्टॉक एक्सचेंज, टेलीविजन अपलिंकिंग एवं टेलीसर्विसेज, डिजिटल सैटेलाइट न्यूज गैदरिंग (DSNG) और ई-गवर्नेंस अनुप्रयोगों के लिए वीसैट से कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
  • इसके अलावा, इस उपग्रह का उपयोग उभरते दूरसंचार अनुप्रयोगों के लिए बड़ा डेटा ट्रांसफर करने में भी किया जाएगा।
  • इस मिशन की कालावधि 15 वर्ष से अधिक है।

लेखक-विजय कुमार त्रिपाठी

संबंधित लिंक भी देखें…

https://www.isro.gov.in/Spacecraft/gsat-30