प्रश्न-रायसीना डायलॉग, 2020 से संबंधित निम्न कथनों पर विचार कीजिए-
(i) इसका आयोजन 14-16 जनवरी, 2020 के मध्य नई दिल्ली में किया गया।
(ii) इसका आयोजन रक्षा मंत्रालय द्वारा किया गया।
(iii) यह वर्ष 2016 से प्रतिवर्ष आयोजित किया जा रहा है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
(a) केवल (i) एवं (iii)
(b) केवल (i) एवं (ii)
(c) केवल (i)
(d) उपर्युक्त सभी
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य
(i) इसका आयोजन 14-16 जनवरी, 2020 के मध्य नई दिल्ली में किया गया।
(ii) इसका आयोजन रक्षा मंत्रालय द्वारा किया गया।
(iii) यह वर्ष 2016 से प्रतिवर्ष आयोजित किया जा रहा है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
(a) केवल (i) एवं (iii)
(b) केवल (i) एवं (ii)
(c) केवल (i)
(d) उपर्युक्त सभी
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य
- 14-16 जनवरी, 2020 के मध्य रायसीना डायलॉग (Raisina Dialogue)-2020 का पांचवां संस्करण नई दिल्ली में आयोजित हुआ।
- इस डायलॉग का आयोजन विदेश मंत्रालय एवं ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ORF) द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
- 14 जनवरी, 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस डायलॉग के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया।
- इस डायलॉग में न्यूजीलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री ‘हेलेन क्लार्क’, अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई, कनाडा के पूर्व प्रधानमंत्री स्टीफन हार्पर, स्वीडन के पूर्व प्रधानमंत्री कार्ल बिल्ड्ट, डेनमार्क के पूर्व प्रधानमंत्री एंडर्स रासमुसेन, भूटान के पूर्व प्रधानमंत्री तशेरिंग तोबगे और दक्षिण कोरिया के पूर्व प्रधानमंत्री सेउंग सू ने भाग लिया।
- इसके अलावा, इसमें 100 से अधिक देशों से, 700 से अधिक अंतरराष्ट्रीय प्रतिभागी (जिनमें से 80 अफ्रीकी रहे) ने भाग लिया।
- विगत संस्करणों की तरह, वार्ता में रूस, ईरान, ऑस्ट्रेलिया, मालदीव, दक्षिण अफ्रीका, एस्टोनिया, चेक गणराज्य, डेनमार्क, हंगरी, लातविया, उज्बेकिस्तान और यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों सहित 12 विदेश मंत्रियों की उच्चस्तरीय भागीदारी हुई।
- QRF नई दिल्ली स्थित स्वतंत्र थिंक टैंक है। इसमें क्लाईमेट चेंज, टेक्नोलॉजी, डेमोक्रेसी और मल्टी-लैट्रलिज्म (बहुपक्षीयवाद) आदि विषयों पर चर्चा हुई।
- 15-16 जनवरी, 2020 के दौरान हुए 80 सत्रों में लगभग 5 विषयगत स्तंभों-वैश्विक संस्थानों को चुनौती कार्रवाई, वैश्विक व्यापार वास्तुकला पर बहस, राजनीतिक, आर्थिक और सैन्श`िािक्त का निर्धारण करने में प्रौद्योगिकियों की भूमिका, वैश्विक विकास एजेंडा और डिजिटल समुदायों और साइबरस्पेस के युग में राज्य-व्यक्तिगत संबंध पर गहन विचार-विमर्श किया गया।
- यह डायलॉग प्रमुख वार्षिक भू-राजनीतिक और भू-स्थानिक सम्मेलन है।
- जिसमें विभिन्न राष्ट्रों के हितधारक, राजनेता, पत्रकार, उच्चाधिकारी तथा उद्योग एवं व्यापार जगत से संबंधित प्रतिनिधि एक मंच पर अपने विचार साझा करते हैं।
- इसका आयोजन वर्ष 2016 से किया जा रहा है।
- इस संवाद का उद्देश्य एशियाई एकीकरण एवं शेष विश्व के साथ एशिया के बेहतर समन्वय की संभावनाओं तथा अवसरों की तलाश करना है।
लेखक-विवेक कुमार त्रिपाठी
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